Giridih News :एक ही कमरे में चलता दो क्लास, जमीन पर बैठते हैं बच्चे

Giridih News :बगोदर प्रखंड के सरकारी स्कूलों में भवन और चहारदीवारी की कमी से बेहतर शिक्षा का माहौल बच्चों को नहीं मिल रहा है. विद्यालयों में चहारदीवारी के नहीं होने के कारण दिन में परिसर मवेशियों का चागाह और शाम शाम ढलने के बाद शराबी और जुआरी का अड्डा बन जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 17, 2025 11:46 PM

कौन करेगा पहल. उत्क्रमित उच्च विद्यालय पोखरिया में सुविधाओं का अभाव

बगोदर प्रखंड के सरकारी स्कूलों में भवन और चहारदीवारी की कमी से बेहतर शिक्षा का माहौल बच्चों को नहीं मिल रहा है. विद्यालयों में चहारदीवारी के नहीं होने के कारण दिन में परिसर मवेशियों का चागाह और शाम शाम ढलने के बाद शराबी और जुआरी का अड्डा बन जाता है. इन्हीं विद्यालय में शामिल है बगोदर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय पोखरिया. इस विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. इसके कारण यहां के शिक्षक बच्चों को बेहतर शिक्षा भी नहीं दे पा रहे हैं. विद्यालय में चहारदीवारी नहीं होने से अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. परिसर में आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है. मध्याह्न भोजन के समय विद्यार्थियों को पशुओं के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

विद्यालय में हैं आठ कमरे

उक्त विद्यालय में वर्ग एक से लेकर 10वीं तक की कक्षा संचालित है. इसमें करीब 500 बच्चे नामांकित हैं. 10 वर्गों के लिए आठ कमरे हैं. इसमें भी एक कंप्यूटर रूम और एक रसोई घर है. वर्ग के अनुपात में कमरा नहीं होने के कारण एक कमरे में दो-दो वर्गों की पढ़ाई होती है. पहली व दूसरी कक्षा के बच्चे और तीसरी व चौथी के बच्चे के साथ बैठते हैं. यहां छोटे बच्चों को के लिए बेंच-डेस्क भी नहीं है. इसके कारण बच्च जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं. सभी मौसम में बच्चों को जमीन पर ही बैठना पड़ता है.

पानी की भी है समस्या

विद्यालय में सबसे बड़ी समस्या पानी की है. यहां लगा चापाकल खराब है. विद्यालय में बोरिंग कर पानी टंकी लगायी गयी है. लेकिन, गर्मी के दिनों में बोरिंग से पानी नहीं निकलता है. एक शौचालय होने से छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती है.

पंसस ने केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री लिखा है पत्र

पंचायत समिति सदस्य गौतम कुमार ने केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी को पत्र लिखकर विद्यालय में समस्याओं के प्रति ध्यान आकृष्ट कराया गया. विद्यालय परिसर खुला होने के कारण बाहरी व्यक्तियों और पशुओं का प्रवेश होता है. विद्यार्थियों की सुरक्षा खतरे में है. खेलते-खेलते बच्चे सड़क की ओर चले जाते हैं जिससे उनके साथ दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.

विभाग को दी गयी है जानकारी प्रधानाध्यापक

प्रधानाध्यापक खिरोधर प्रसाद ने कहा कि चहारदीवारी बनवाने और कमरा की समस्या से विभाग को अवगत कराया गया है. विज्ञान, गणित, संस्कृति, सोशल साइंस, हिंदी के शिक्षक नहीं हैं. विद्यालय में लगे दोनों चापाकल खराब हैं. बगल के मंदिर से बच्चे पानी लाते हैं. कई बार विभाग को आवेदन दिया है, लेकिन कोई पहल नहीं हुई है.

क्या कहते हैं बीइइओ

बीइइओ अशोक कुमार ने कहा कि उत्क्रमित उच्च विद्यालय पोखरिया में व्याप्त बुनियादी समस्याओं की जानकारी मिली है. समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए विभाग के वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा जायेगा और विद्यालय में सुविधाएं बहाल की जायेंगी.

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