Giridih News: मां के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सका बेटा, बेटी ने दी मुखाग्नि
Giridih News: हिंदू परंपरा में मुखाग्नि देना एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है. आमतौर पर यह जिम्मेदारी पुत्र को सौंपी जाती है, लेकिन समय व सामाजिक परिवर्तन के साथ बेटियां भी इस भूमिका को निभा रही है.
पपरवाटांड़ में गुरुवार को यह देखने को मिला. पपरवाटांड़ में रहने वाले झामुमो नेता पंचानन प्रसाद की पत्नी सुचित्रा देवी ने अपनी मां सुमित्रा देवी (58 ) के निधन के पश्चात अपनी मां को मुखाग्नि दी. सुचित्रा ने बताया कि उनकी मां का निधन इलाज के दौरान हो गया. वह गया जिला के चिरकी में स्वास्थ्य विभाग में काम करती थी. तबीयत खराब होने पर गया से गिरिडीह सदर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करायी. यहां से डॉक्टरों ने उन्हें पीएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया.
इलाज के दौरान धनबाद में हुआ निधन
इलाज के दौरान धनबाद में बुधवार को उनका निधन हो गया. सुचित्रा ने बताया कि वह दो बहन और एक भाई है. मां के निधन की सूचना भाई को दी गयी, लेकिन वह किसी कारणवश नहीं आ सके. उसने अपने घर से मां के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और बराकर नदी के तट पर मुखाग्नि दी. कहा कि उसने बड़ी बेटी होने का फर्ज अदा किया है. समाजसेवी जगत पासवान आदि ने इस कार्य की सराहना की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
