पुलिसकर्मियों ने महिला डॉक्टर से बदसलूकी की थी, दो सिपाही सस्पेंड

गरिडीह : रिम्स की महिला चिकित्सक डॉ अदिति कश्यप के साथ गिरिडीह में अपराधियों ने नहीं, बल्कि पुलिस की टीम ने ही दुर्व्यवहार किया था. उनकी कार में तोड़फोड़ की थी और चालक के साथ मारपीट भी की थी. मामले का खुलासा होने के बाद दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस घटना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2020 1:15 AM

गरिडीह : रिम्स की महिला चिकित्सक डॉ अदिति कश्यप के साथ गिरिडीह में अपराधियों ने नहीं, बल्कि पुलिस की टीम ने ही दुर्व्यवहार किया था. उनकी कार में तोड़फोड़ की थी और चालक के साथ मारपीट भी की थी. मामले का खुलासा होने के बाद दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

इस घटना को वहां तैनात पुलिस की क्यूआरटी टीम में शामिल पुलिसकर्मियों ने अंजाम दिया. इस टीम को आपात स्थिति में लोगों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए तैनात किया जाता है. लेकिन गिरिडीह में इस टीम में शामिल पुलिसवालों ने पीरटांड़ से गिरिडीह तक लगभग 20 किमी तक डॉक्टर की कार का पीछा किया और फिर ओवरटेक कर उसमें बैठी महिला डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया. उनकी कार में तोड़फोड़ की. चालक को पीटा.
घटना के बाद महिला डॉक्टर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट किया था. इस पर सीएम ने मंत्री को कार्रवाई का निर्देश दिया. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने खुद गिरिडीह एसपी सुरेंद्र झा से इस मामले में बात की. गिरिडीह के थानेदार से पीड़ित महिला चिकित्सक का फोन नंबर लिया और उनसे बात कर घटना की पूरी जानकारी ली.
उन्होंने एसपी को निर्देश दिया कि वे दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें. मंत्री ने मामले को शर्मनाक बताते हुए गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को भी पत्र लिखा. उन्होंने लिखा है कि क्या पुलिस को डॉक्टर की गाड़ी के बारे में कोई गुप्त सूचना मिली थी? क्या उसमें हथियार या कोई आपत्तिजनक चीज थी. आखिर
क्यों ऐसा किया गया? यह घटना शर्मनाक है.आपराधिक कृत्य और कर्तव्यहीनता का द्योतक है.
मंत्री ने निलंबन को नाकाफी बताया
मामले में दो पुलिसकर्मियों राजेंद्र यादव (आरक्षी संख्या 1284) और कुमार वर्द्धराज भास्कर (आरक्षी संख्या 1318) को एसपी ने निलंबित किया है. निलंबन नाकाफी है. इसमें और कड़ी कार्रवाई करने के लिए गृह सचिव को पत्र लिखा गया है. ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो.

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