झाड़-फूंक के चक्कर में गयी बच्ची की जान

धनबाद : झाड़-फूंक कराने के बाद बच्ची की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उसे सांप पकड़े वाले से इलाज कराने के लिए ले गये. इसी बीच उसकी स्थिति गंभीर हो गयी. पीएमसीएच पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया. नवाडीह (गिरिडीह) निवासी स्व. वासुदेव की आठ साल की बेटी जानकी कुमारी सरकारी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 2:51 AM

धनबाद : झाड़-फूंक कराने के बाद बच्ची की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उसे सांप पकड़े वाले से इलाज कराने के लिए ले गये. इसी बीच उसकी स्थिति गंभीर हो गयी. पीएमसीएच पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया. नवाडीह (गिरिडीह) निवासी स्व. वासुदेव की आठ साल की बेटी जानकी कुमारी सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा थी.

दो दिन पहले स्कूल में ही उसे सांप ने डंस लिया था. घर में जानकारी नहीं दी थी. शाम तक उसका पैर फूल गया था. इसके बाद परिजनों को जानकारी हुई और झाड़-फूंक कराने में जुट गये. गुरुवार की सुबह उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गयी. इसके बाद उसे गोमो निवासी सांप पकड़ने वाले बापी दा के पास ले गये. बापी दा के पास जाने के बाद भी उसने बच्ची को तुरंत पीएमसीएच नहीं भेजा.

सुबह सात बजे से इंतजार करने के बाद दोपहर करीब 11.30 बजे बापी दा परिजनों से मिले. इसके बाद उसका अपने तरीके से इलाज शुरू कर दिया. इसी बीच अपराह्न करीब तीन बजे जानकी बेहोश हो गयी. आनन-फानन में उसे पीएमसीएच लाया गया. लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. चिकित्सकों ने जांच करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. जानकी के पिता की मौत के बाद वह अपनी मामी शकुंतला देवी के घर में रहती थी.

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