सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ करने वाले अवैध गैस एजेंसियों को नोटिस
सुरक्षा मानकों से खिलवाड़ करने वाले अवैध गैस एजेंसियों को नोटिस
गढ़वा. अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने मंगलवार को गढ़वा शहरी क्षेत्र स्थित गैस एजेंसियों का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में प्रथम दृष्टया अनियमितताएं सामने आयी. शहरी क्षेत्र अंतर्गत तीन गैस एजेंसियां ऐसी मिली, जिन्हें ग्रामीण वितरक का लाइसेंस प्राप्त है. यानी उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में ही रसोई गैस की आपूर्ति करनी है तथा गोदाम भी ग्रामीण क्षेत्रों में ही रखना है. लेकिन इनके द्वारा न केवल शहरी क्षेत्र में सेवा प्रदाता का काम किया जा रहा है, बल्कि इनके गैस गोदाम भी शहरी क्षेत्र में पाये गये. तीन गैस एजेंसियों में गड़बड़ी : कचहरी रोड स्थित आर्यन एचपी गैस एजेंसी को मेराल ग्रामीण क्षेत्र के लिए लाइसेंस मिला है. लेकिन उक्त एजेंसी शहरी क्षेत्र में गैस आपूर्ति करने के साथ-साथ नगर परिषद क्षेत्र में गोदाम भी संचालित कर रही है. यह न केवल आमजन की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाला कार्य है बल्कि लाइसेंस देने की शर्तों का भी उल्लंघन है. इसी प्रकार भारद्वाज भारत गैस एजेंसी को कल्याणपुर तथा मां दुर्गा एचपी गैस एजेंसी को ओबरा के लिए लाइसेंस प्राप्त है. लेकिन ये दोनों एजेंसियां भी शहरी क्षेत्र में गैस आपूर्ति कर रही हैं. वहीं इनके अवैध गैस गोदाम भी शहर के अत्यंत भीड़-भाड़ वाले इलाके में अवस्थित है. यामाहा शो-रूम के अंदर मिला गैस गोदाम : हद तो तब हो गयी जब टंडवा पुल के पास अवस्थित यामाहा शोरूम के अंदर मां दुर्गा गैस एजेंसी का अवैध गोदाम पाया गया. एसडीओ ने कहा कि चूंकि यह मामला जन सुरक्षा से जुड़ा है, इसलिए वह चाहते तो मौके पर ही इन सभी अवैध गैस गोदामों को सील कर सकते थे. लेकिन रसोई गैस जैसी आवश्यक आपूर्ति सेवा के कारण इन्हें फिलहाल सील नहीं किया गया. वहीं इन सभी गैस एजेंसियों को एक सप्ताह के अंदर शहरी क्षेत्र से संबंधित ग्रामीण क्षेत्र में गोदाम स्थानांतरित करने के लिए नोटिस जारी किया गया है. साथ ही शो-कॉज किया गया है कि उन्होंने किन परिस्थितियों में यह घोर अनियमितता की है. जवाब संतोषजनक न होने पर होगी कार्रवाई : एसडीओ ने कहा कि संतोषजनक और तर्कसंगत जवाब नहीं मिलने पर एजेंसियों के लाइसेंस रद्द करने संबंधी अनुशंसा गैस कंपनियों से की जायेगी. उल्लेखनीय है कि गत दिनों सहिजना में एक निजी घर में अवैध गैस गोदाम का संचालन होता पाया गया था. वहां पर लगभग सभी गैस एजेंसियों के सिलिंडर बड़ी संख्या में मिले थे. उस गैस गोदाम तक इन एजेंसियों के सिलिंडर कैसे पहुंचे, इसकी जांच के क्रम में उक्त निरीक्षण किया गया था. जांच के क्रम में यह चौंकाने वाली विसंगति भी सामने आयी है.
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