East Singhbhum News : अधिग्रहित 21 एकड़ भूमि वापस दिलायी थी रामदास दा ने, याद कर फफक पड़े रैयत
पुतड़ू टोल प्लजा के लिए अधिग्रहित 21 एकड़ जमीन पूर्व मंत्री रामदास सोरेन के आंदोलन से रैयतों को वापस मिल सकी थी.
गालूडीह.
पुतड़ू टोल प्लजा के लिए अधिग्रहित 21 एकड़ जमीन पूर्व मंत्री रामदास सोरेन के आंदोलन से रैयतों को वापस मिल सकी थी. यहां के रैयत बुधवार को उन्हें आज याद कर फफक पड़े. उन्होंने कहा कि रामदास दा नहीं होते, तो हमारी जमीन नहीं बचती. पुतड़ू संघर्ष समिति ने नम आंखों से रामदास दा को श्रद्धांजलि दी. सभी ने एक स्वर में कहा कि तमाम रैयत अपने खर्च से टोल प्लाजा के पास रैयती जमीन पर रामदास सोरेन की मूर्ति स्थापित कर श्रद्धांजलि देंगे.रैयतों ने कहा कि पुतड़ू टोल प्लाजा के नाम पर 21 एकड़ रैयत जमीन अधिग्रहित की गयी थी. अधिग्रहित जमीन पर कोई काम नहीं हुआ. हाइवे की अपनी जमीन पर टोल प्लाजा बन गया. रैयतों को कम मुआवजा दिया गया. इसका विरोध हुआ. रैयतों के अनुरोध पर विधायक रहते रामदास सोरेन ने हस्तक्षेप किया. रैयतों की जमीन बचायी. उक्त जमीन विभागीय प्रक्रिया पूरी कर वापस की गयी. आज रैयत अपनी जमीन पर दुकान खोल कर रोजगार कर रहे हैं. मौके पर पुतड़ू संघर्ष समिति के चंदन कुमार, खोकन महतो, विश्वजीत महतो, चंद्रकांत महतो, राम सोरेन, दुखु सोरेन, हेम सोरेन, लखन सोरेन, सारथी टुडू, दुलाल सोरेन, रमेश सोरेन, छोटा सोरेन, दसमत सोरेन, भादो सोरेन, उदय सोरेन, दुलाल सोरेन, रमेश सोरेन, ज्ञान सोरेन, मोगला सोरेन, धरणी सोरेन, बाबूराम सोरेन, सपन महतो, ऋषि महतो, विपुल महतो, झामुमो के वकील हेंब्रम एवं बादल किस्कू आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
