East Singhbhum News : उलदा में जमीन की घेराबंदी का विरोध
गालूडीह. जमशेदपुर के विनोद सिंह पुलिस के साथ जमीन की घेराबंदी करने पहुंचे थे
गालूडीह थाना के उलदा स्थित महुलिया हाइस्कूल चौक के पास वर्षों से खाली पड़ी जमीन को खरीदने का दावा कर भू-स्वामी जमशेदपुर निवासी विनोद सिंह शनिवार को पुलिस-प्रशासन के साथ घेराबंदी करने पहुंचे. जेसीबी मशीन से जैसे ही जमीन की घेराबंदी शुरू की गयी, वैसे ही उलदा गांव के भूमिज समाज के सैकड़ों लोग मौके पर पहुंच कर जमकर विरोध जताया. ग्राम प्रधान छुटू सिंह के नेतृत्व में ग्रामीण लाठी-डंडा से लैस होकर मौके पर पहुंचे. समाज के लोगों ने जेसीबी मशीन को रोक दिया. इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों को मना किया तो हंगामा खड़ा हो गया. भूमिज समाज ने विरोध जताते हुए कहा कि यह जमीन श्मशान घाट की है. यहां हमारे पूर्वज दफन हैं. यहां किसी को कब्जा करने नहीं देंगे. घंटो हंगामा चलते रहा.
कागजात लेकर पहुंचे थे विनोद सिंह
भूस्वामी जमशेदपुर निवासी विनोद सिंह जमीन का कागजात लेकर पहुंचे थे. उन्होंने कागजात को ग्राम प्रधान और ग्रामीणों को दिखाया. पर ग्रामीण कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. बस उनका यही कहना था वर्षों से इस जमीन पर श्मशान घाट है. किसी को कब्जा लेने नहीं देंगे. ग्रामीणों ने 1932 का बांग्ला में लिखे खतियान दिखाया. दावा किया कि तब यह जमीन बिहार सरकार अनावाद थी. अब कैसे कोई यह सरकारी जमीन खरीद सकता है. पर दावेदार का कहना था कि 1964 में पूर्वी सिंहभूम में सर्वे सेंटलमेंट हुआ है. तब यह जमीन कराली दत्ता की थी, जिससे मैंने खरीदी है. पूरा कागज है. इसे मैंने अंचल विभाग को सौंपा है. अंचल के आदेश पर मुझे कब्जा दिलाने के लिए पुलिस पहुंची है.
पुरखों से यहां भूमिज समाज का श्मशान घाट है, नहीं छोड़ेंगे : ग्राम प्रधान
उलदा गांव के ग्राम प्रधान छुटू सिंह, ग्रामीण जोसना सिंह, मिथिला सिंह, जयंती सिंह, रोसना सिंह, सरस्वती सिंह, प्रोमिला सिंह, बासंती सिंह, कौशल्या सिंह, ममता सिंह, कल्याणी सिंह, शांति सिंह, सरस्वती सिंह, सुमित्रा सिंह, शकुंतला सिंह, पारुल सिंह, बिमला सिंह, केसमी सिंह, अंजली सिंह, मालती सिंह, तारा सिंह, मंगली सिंह ने कहा कि पुरखों से यहां भूमिज समाज का श्मशान घाट है. हमलोगों के पास 1932 का बांग्ला में लिखा खतियान है.
घंटो खड़े रहे अंचल कर्मचारी और पुलिस
हंगामा के बाद जब ग्रामीणों ने घेराबंदी का काम रोक दिया तो अंचल और पुलिसकर्मी घंटों खड़े रहे. थाना प्रभारी अंकु कुमार और अंचल के सीआई सुरेश राम, अंचल कर्मचारी किशन राय, अमीन सुरेश रजक आदि ग्रामीणों को समझाते रहे. पर कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं हुआ. हालांकि दोपहर तक हंगामा के बाद जब ग्रामीण लौट गये, तो पुलिस-प्रशासन की उपस्थिति में दोबारा घेराबंदी शुरू की गयी.
श्मशान की जमीन से छेड़छाड़ नहीं की जायेगी : विनोद सिंह
जमीन खरीदने का दावा करने वाले जमशेदपुर निवासी विनोद सिंह ने कहा यह जमीन मैंने 2007 को गालूडीह के कराली पद दत्ता से खरीदी है. इसका प्लॉट संख्या 1738, खाता नंबर 58, रकवा 70 डिसमिल है. यह हमारी खतियानी जमीन है. म्यूटेशन भी है. रसीद भी हमारे नाम से कट रही है. आज जब घेराबंदी करने पहुंचे थे, तो ग्रामीण श्मशान होने की बात कहकर विरोध कर रहे हैं. जबकि श्मशान की अलग से जमीन है. जो खाली पड़ी है. उसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जायेगी. श्मशान घाट की जमीन प्लॉट संख्या 1737 में है. मैंने जो जमीन खरीदी है, उसकी घेराबंदी करेंगे.
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