East Singhbhum News : सातगुड़ूम नदी पर ~9.45 करोड़ से पुल निर्माण शुरू, ग्रामीणों में खुशी
झारखंड-बंगाल सीमा पर 885 मीटर लंबा पुल बनाने की योजना
गालूडीह. झारखंड-बंगाल बॉर्डर पर स्थित सातगुड़ूम पहाड़ी नदी पर करीब 9 करोड़ 45 लाख रुपये की लागत से पुल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. इससे दोनों राज्य के सीमावर्ती गांवों के ग्रामीणों में खुशी है. विधायक रहते रामदास सोरेन ने पुल निर्माण कि मांग सदन में उठायी थी. इसके बाद स्वीकृति मिली थी. यह पुल दो राज्य झारखंड और बंगाल को जोड़ेगा. दोनों तरफ सड़क चौड़ीकरण हो गयी है. पुल सिंगल और काफी नीचा था. भारी बारिश में पुल डूब जाता है. बरसात में अक्सर पुल डूबा रहता है. इससे दोनों राज्यों के लोग परेशान होते हैं. इस पुल निर्माण की मांग वर्षो पुरानी थी.
ऊंचा बनेगा पुल, ताकि बरसात में नहीं डूबे:
ग्रामीणों की मांग पर विधायक रहते रामदास सोरेन ने इसी मांग को सदन में उठायी थी, तब जाकर 2024 में स्वीकृति मिली थी. टेंडर हुआ था, पर डीपीआर बनने में देर हुई. अब जाकर 9.45 करोड़ की लागत से पुल निर्माण शुरू हुआ है. इस पुल की लंबाई 885 मीटर है. पुल ऊंचा और लंबा होगा, ताकि सातगुड़ूम पहाड़ी नदी में उफान आने से पुल नहीं डूबे. इस बार लगातार बारिश से अक्सर सातगुड़ूम पुल डूबा ही रहता था. इससे दोनों राज्यों के किसान, मजदूर, समेत अन्य व्यापारी वर्ग काफी परेशान रहे.पहाड़ी नदी को घेर कर डायवर्सन बनेगा:
गालूडीह से बंगाल के बांदवान जाने वाले स्टेट हाइवे पर नरसिंहपुर (डुमकाकोचा) के पास सातगुड़म नदी है. यहां पुल बनना है. संबंधित संवेदक ने कार्य स्थल पर पोकलेन, जेसीबी मशीन आदि लाकर काम शुरू कर दिया है. यहां पहाड़ी नदी को घेर कर डायवर्सन भी बनेगा, ताकि दोनों राज्यों के बीच आवागमन सुचारू रह सके. इस पुल को गर्मी के मौसम तक पूरा करना होगा या पाये को नीचे से उठा देना होगा, अन्यथा बरसात में काम नहीं हो पायेगा. ग्रामीण कहते हैं पुल बन जाने से सहूलियत मिलेगी. दुर्घटना से भी बचाव होगा. सड़क चौड़ी और पुल सिंगल रहने से अक्सर दुर्घटना होती है
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
