बिना नाविक का घाट, कैसे जायें पार

नाविकों से ली गयी राशि वापस लौटायी गयीगालूडीह : घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित सुवर्णरेखा नदी के कुलियाना घाट में नौका परिचालन के लिए अंचल विभाग की लापरवाही से एक ही घाट में दो नाविकों को रखा गया था. दोनों से तहसीलदार मुकुंद वर्मा ने अग्रिम के रूप में 15 और 16 हजार रुपये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2013 1:30 PM

नाविकों से ली गयी राशि वापस लौटायी गयी
गालूडीह : घाटशिला प्रखंड की बड़ाकुर्शी पंचायत स्थित सुवर्णरेखा नदी के कुलियाना घाट में नौका परिचालन के लिए अंचल विभाग की लापरवाही से एक ही घाट में दो नाविकों को रखा गया था. दोनों से तहसीलदार मुकुंद वर्मा ने अग्रिम के रूप में 15 और 16 हजार रुपये कर ले लिए थे और चार हजार प्रति माह देने की बात हुई थी.

इसको लेकर गांव में विवाद गहरा गया था. नतीजतन ग्रामीणों ने विरोध कर सोमवार से इस घाट में नौका परिचालन ठप कर दिया था.

इस मामले से संबंधित खबर प्रभात खबर में छपने के बाद अंचल विभाग में हडकंप मची और दो नाविकों कार्तिक महतो और कालीपद सिंह से ली गयी अग्रिम राशि 15 और 16 हजार, कुल 31 हजार की राशि मंगलवार को गांव आकर तहसीलदार मुकुंद वर्मा ने वापस लौटा दी. अब यहां बिना नाविक का घाट हो गया है.

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