जंगली जानवर रौंद रहे धान की फसल, किसान परेशान
प्रखंड के रांगा मौजा के किसानों की मेहनत पर एक बार फिर संकट टूट पड़ा है. यहां जंगली जानवरों के झुंडों ने पकी हुई धान की फसल को रौंदकर पूरी तरह बर्बाद कर दिया है.
प्रतिनिधि, मसलिया प्रखंड के रांगा मौजा के किसानों की मेहनत पर एक बार फिर संकट टूट पड़ा है. यहां जंगली जानवरों के झुंडों ने पकी हुई धान की फसल को रौंदकर पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. पिछले कई दिनों से बंदर और जंगली सुअर पहाड़ों व झाड़ियों से निकलकर गांव के खेतों में पहुंच रहे हैं. तैयार फसलों को नष्ट कर रहे हैं. किसान रुपेश सोरेन (36 डिसमिल), राजेश सोरेन (24 डिसमिल), फटीक हांसदा (18 डिसमिल), बाबूधन हांसदा (18 डिसमिल), सुरेश पुजहर (30 डिसमिल), सोहन हेंब्रम (24 डिसमिल), प्रमुख हेंब्रम (12 डिसमिल), सनत टुडू (18 डिसमिल), पारसनाथ राय (24 डिसमिल), गोमस्ता हेंब्रम (12 डिसमिल), बिनोद हेंब्रम (8 डिसमिल) और मुलबीन हेंब्रम (12 डिसमिल) की फसलें बुरी तरह नष्ट हो चुकी हैं. किसानों ने बताया कि पहले मोंथा चक्रवात से खेत डूब गये, फिर महू कीट ने धान की बालियों को सूखा दिया और अब जंगली जानवरों ने बची फसल को भी नष्ट कर दिया. लगातार हो रहे नुकसान से किसान मानसिक और आर्थिक संकट में हैं. उन्होंने जिला प्रशासन से निरीक्षण कर मुआवजा और राहत सहायता देने की मांग की है. स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी प्रभावित किसानों को सहायता दिलाने की अपील की है.
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