सीएम हेमंत की खतियानी जोहार यात्रा, 1932 का खतियान, शिबू सोरेन व लालू यादव पर क्या बोले पूर्व सांसद सूरज मंडल

भाजपा नेता सह पूर्व सांसद सूरज मंडल ने कहा कि संवैधानिक तौर पर भारतवर्ष के हर राज्य में अपनी एक स्थानीय नीति होती है. वह सरकार के कार्यक्रम के अंतर्गत होता है. यदि आप उस पर बदलाव लाते हैं, तो विधानसभा प्रस्ताव पारित करके नहीं होता है. उसमें एक्ट बनाकर पारित किया जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2023 7:23 PM

दुमका : झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खतियानी जोहार यात्रा निकाल रहे हैं. उन्हें खुद मालूम नहीं है कि खतियानी क्या होता है? ये बातें भाजपा नेता सह पूर्व सांसद सूरज मंडल ने प्रेस वार्ता में कहीं. उन्होंने कहा कि आज वर्तमान सरकार 1932 का खतियान बोलकर कानूनी पेंच में फंस चुकी है. जब 1932 खतियान की बात सामने आयी थी, तभी हमने कहा था कि 1932 का आना गैर कानूनी है. इस दौरान उन्होंने झामुमो के दिशोम गुरु शिबू सोरेन व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा.

बाहरी लोगों के इशारे पर काम कर रही हेमंत सोरेन सरकार

भाजपा नेता सह पूर्व सांसद सूरज मंडल ने कहा कि संवैधानिक तौर पर भारतवर्ष के हर राज्य में अपनी एक स्थानीय नीति होती है. वह सरकार के कार्यक्रम के अंतर्गत होता है. यदि आप उस पर बदलाव लाते हैं, तो विधानसभा प्रस्ताव पारित करके नहीं होता है. उसमें एक्ट बनाकर पारित किया जाता है. सरकार ने बिना एक्ट बनाए कह दिया कि 1932 का खतियान लागू होगा, लेकिन जब कोर्ट के समक्ष मामला पहुंचा, तो उसे खारिज कर दिया गया. सारा दोष झारखंड की जनता का है क्योंकि उसने ऐसे व्यक्ति को राज्य का मुखिया बनाया है. यह सरकार अनुभवहीन की तरह काम करती है. यह सरकार सिर्फ व सिर्फ बाहरी लोगों के इशारे पर काम कर रही है.

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शिबू सोरेन व लालू यादव पर साधा निशाना

श्री मंडल ने कहा कि वर्तमान सरकार ने राज्य की जनता से काफी झूठे वादे किए हैं. सरकार ने कहा कि 75 प्रतिशत गैर सरकारी संस्थानों में लोगों को नौकरी दिलाया जायेगा. सरकार खतियानी बोलकर जनता को क्या देना चाहती है. स्थानीय नीति बोलो तो बात होगी. पहले की सरकार से स्थानीय नीति के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करे. इसके बाद कोई कदम उठाए. आज हमारे पड़ोसी राज्य बंगाल, महाराष्ट्र एवं असम में अपनी नीति है. आज असम में जनजाति लोगों को अपना अधिकार नहीं मिला है जबकि यह सभी जनजातीय लोग झारखंड के हैं. इस दौरान उन्होंने झामुमो के दिशोम गुरु शिबू सोरेन व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा.

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