मोबाइल में किसी भी प्रलोभन वाले लिंक या अटैचमेंट को नहीं खोलें, हो सकती है साइबर ठगी

प्रभात खबर का साइबर अपराध के खिलाफ जन आंदोलन चला रहा है. इससे बचने के लिए किशोरों-युवाओं को जागरूक बनाया जा रहा है,

By RAKESH KUMAR | October 9, 2025 11:27 PM

सरैयाहाट. प्रभात खबर का साइबर अपराध के खिलाफ जन आंदोलन चला रहा है. इससे बचने के लिए किशोरों-युवाओं को जागरूक बनाया जा रहा है, ताकि वे इससे संबंधित जागरूकता का प्रसार समाज के बीच कर सकें. इसी क्रम में प्रभात खबर की टीम द्वारा प्लस टू स्कूल सरैयाहाट में साइबर सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों और आमजन को बढ़ते साइबर अपराधों से बचाव के प्रति जागरूक करना था. इस अवसर पर थाना प्रभारी राजेंद्र यादव, प्रभारी प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार, सहायक शिक्षक कुलदीप कुमार और परमानंद यादव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे. वक्ताओं ने बताया कि मोबाइल फोन व इंटरनेट आज जहां एक अहम जरूरत बन गया है, वहीं यह ठगों के लिए सबसे आसान हथियार भी बन चुका है. साइबर अपराधी नये-नये तरीके अपनाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं. कभी नकली लिंक भेजकर तो कभी बैंक या पुलिस अधिकारी बनकर फोन कर. कार्यक्रम में छात्रों को बताया गया कि थोड़ी सी सावधानी बड़ी आर्थिक हानि से बचा सकती है. वक्ताओं ने कहा कि साइबर अपराध से बचने के लिए जरूरी है कि हम सभी जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करें. इन्होंने छात्रों से अपील की कि वे घर और समाज में भी यह संदेश फैलाएं कि अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, पासवर्ड को सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध कॉल पर तुरंत नजदीकी थाना या 1930 नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं. साइबर सुरक्षा का मकसद न केवल व्यक्तिगत डेटा की रक्षा करना है, बल्कि पूरे समाज को डिजिटल रूप से सुरक्षित बनाना है. क्या कहते हैं एक्सपर्ट “साइबर सुरक्षा आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बन चुकी है. ऑनलाइन धोखाधड़ी और डेटा लीक से बचने के लिए जरूरी है कि हम सभी सतर्क रहें. छात्रों को यह समझना होगा कि साइबर ठगी केवल अनजान लोगों के साथ नहीं, बल्कि किसी के साथ भी हो सकती है. पासवर्ड को मजबूत बनाना, अज्ञात लिंक न खोलना और मोबाइल को अपडेट रखना बेहद जरूरी है. किसी भी प्रकार के संदिग्ध कॉल या संदेश पर तुरंत रिपोर्ट करें. इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनने में मदद करते हैं वीरेंद्र कुमार, प्रभारी प्रधानाध्यापक आज साइबर अपराधी नये-नये तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं. कभी वे बैंककर्मी या पुलिस अधिकारी बनकर फोन करते हैं तो कभी नकली लिंक भेजते हैं. थोड़ी-सी चूक आपको नुकसान पहुंचा सकती है. छात्रों को चाहिए कि किसी भी अंजान कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें. साइबर अपराध से बचने के लिए सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है. ऐसे लिंक या अटैचमेंट को न खोलें जिन्हें आप नहीं जानते हैं. यदि वे प्रलोभन दे रहे हों. तुरंत साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल और हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत करें. राजेंद्र यादव, थाना प्रभारी सुरक्षित डिजिटल जीवन के लिए पासवर्ड को नियमित रूप से बदलते रहना, अज्ञात लिंक और नेटवर्क से दूर रहना और व्यक्तिगत जानकारी साझा न करना बहुत जरूरी है. छात्र इस दिशा में समाज के सबसे मजबूत स्तंभ बन सकते हैं. क्योंकि वे तकनीक को सबसे अधिक समझते हैं. यदि वे खुद सतर्क रहेंगे और अपने परिवार व मोहल्ले में संदेश पहुंचायेंगे तो साइबर अपराधी सफल नहीं हो पायेंगे. आज की इस पहल से न केवल छात्र बल्कि पूरा समाज जागरूक होगा. परिजनों को भी ठगी से बचने की जानकारी दें. कुलदीप कुमार, सहायक शिक्षक डिजिटल युग में साइबर अपराध एक गंभीर चुनौती बन चुकी है. ठगी, हैकिंग और धोखाधड़ी से बचने का सबसे कारगर तरीका जागरूकता है. छात्रों को यह समझना चाहिए कि हर लिंक, कॉल या ऑफर सुरक्षित नहीं होता. जब सभी लोग सचेत होंगे तभी हम इस समस्या से लड़ पाएंगे. ऐसे कार्यक्रम न केवल जानकारी देते हैं बल्कि लोगों में जिम्मेदारी की भावना भी जगाते हैं. जागरुकता ही साइबर अपराध के खिलाफ सबसे मजबूत हथियार है. अपने अभिभावक के साथ भी जानकारी शेयर करें. ताकि ठगी न हो. परमानंद यादव, शिक्षक

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