झरने के पानी से प्यास बुझ रहे पहाड़िया टोला के लोग
गुम्मापहाड़ी में सोलर जलमीनार एक साल से खराब, जल संकट गहराया
गोपीकांदर. प्रखंड के गुम्मापहाड़ी पहाड़िया टोला में आदिम पहाड़िया समुदाय के लिए बनी सोलर जलमीनार पिछले एक साल से खराब पड़ा है. एक साल से टंकी में पानी नहीं चढ़ रहा है, जिससे करीब 800 की आबादी वाले 105 परिवारों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. अब ग्रामीण झरने के पास बने छोटे कूप से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं. स्थानीय जल सहिया एल्विना देवी, वार्ड सदस्य सुमित्रा देवी और ग्राम प्रधान सुखदेव देहरी ने बताया कि गांव के सातों चापाकल भी लंबे समय से खराब हैं. उन्होंने कहा कि समस्या को लेकर पीएचइडी के जूनियर इंजीनियर विवेक कुमार और स्थानीय मुखिया मरंगकुड़ी मरांडी को कई बार आवेदन दिया गया, लेकिन अब तक मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ. ग्रामीणों का आरोप है कि अगर यह समस्या किसी अन्य समुदाय के क्षेत्र में होती तो संभवतः इतनी देर नहीं होती. क्या सिर्फ पहाड़िया होना हमारी गलती है. यह सवाल गांव के हर चौपाल में गूंज रहा है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जल्द जलमीनार की मोटर व चापाकलों की मरम्मत कर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है. इस दौरान लखी देहरीन, कल्पना देवी, सोनानाथ देहरी, सपन कुमार देहरी, लखींदर गृह, राजकुमार देहरी, रेताली रानी, शिव नारायण गृह, रंजन देहरी, गणेश गृह, महेश्वर देहरी, बाबूलाल गृह, यनचू देवी, रामकृष्ण देहरी, कार्तिक देहरी सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे. कोट टोला में 105 घर हैं, जिससे करीब 800 लोग निवास करते हैं. गुम्मापहाड़ी में सात चापानल हैं. सभी खराब पड़ा है. गांव के प्रत्येक लोग झरना के पास बना हुआ छोटा-सा कूप से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाते हैं. सुखदेव देहरी, प्रधान
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