आउटसोर्सिंगकर्मियों को छह माह से मानदेय नहीं, जताया आक्रोश
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अल्प वेतन के बावजूद लगातार देरी से भुगतान होने के कारण कई कर्मचारियों के सामने भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
कहा : नौ को सिविल सर्जन से करेंगे बातचीत समाधान न निकला, तो 15 दिसंबर से देंगे धरना प्रतिनिधि, दुमका दुमका के पुराना सदर अस्पताल परिसर में रविवार को चिकित्सा संघ की बैठक आयोजित की गयी. इसमें आउटसोर्सिंग स्वास्थ्य कर्मचारियों ने छह माह से मानदेय नहीं मिलने पर गहरा रोष व्यक्त किया. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अल्प वेतन के बावजूद लगातार देरी से भुगतान होने के कारण कई कर्मचारियों के सामने भुखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पीएफ कटौती में भी अनियमितता और पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाये गये. संघ जिला मंत्री कैलाश प्रसाद साह ने कंपनी से फोन पर बात की तो कंपनी की ओर से सरकार से आवंटन नहीं मिलने का तर्क दिया गया, जबकि कर्मचारियों ने कहा कि सरकार और कंपनी के बीच हुए एग्रीमेंट के अनुसार आवंटन न मिलने की स्थिति में मानदेय का भुगतान कंपनी को करना है. इस दौरान कंपनी के प्रतिनिधि के वेतन अभी नहीं मिलने से जुड़े वक्तव्य पर कर्मचारियों में और अधिक आक्रोश फैल गया. बैठक में निर्णय लिया गया कि नौ दिसंबर को संघ के पदाधिकारी सिविल सर्जन डॉ कमलेश्वर प्रसाद से बातचीत करेंगे. यदि वार्ता सकारात्मक नहीं रही तो सभी कर्मचारी 15 दिसंबर से धरना पर बैठेंगे. जिला महासंघ के सचिव राजीव नयन तिवारी ने अनुबंधकर्मियों के समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग सरकार से की. साथ ही आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए सप्ताह में एक दिन अवकाश, मातृत्व अवकाश और विशेष अवकाश की मांग भी रखी गयी. बैठक में महासंघ के अध्यक्ष प्राण मोहन मुर्मू, चिकित्सा संघ के अध्यक्ष तपन कुमार ठाकुर, कोषाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार, मनोज कुमार, मनमोहन कुमार, अजितेश राय, मीनू मरांडी, काजल रेखा पाल, स्टैंशीला मुर्मू, ज्योति पुष्पा सोरेन, पारसीला मुर्मू, सुजाता कुमारी, मोनिका मरांडी, गौरव कुमार, सुनील सोरेन सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे.
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