बारिश से दुमका के मोतिहारा नदी पर क्षतिग्रस्त पुल का एक और पिलर धंसा, पैदल आवाजाही भी हुआ खतरनाक

दुमका जिला के जामा में स्थित मोतिहारा नदी पर बने पुल का एक और पिलर बारिश की मार नहीं झेल पाया. पहले से क्षतिग्रस्त इस पुल का एक और पिलर के धंस जाने से अब तो पैदल आवाजाही भी खतरनाक हो गयी है. नदी में पानी की तेज धार हाेने के कारण पुल के कभी भी गिरने की संभावना बढ़ गयी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2021 9:58 PM

Jharkhand Weather Update News (दुमका) : दुमका जिले के जामा प्रखंड स्थित बारापलासी-आसनजोर को जोड़नेवाला मोतिहारा नदी पर बना पुल बीती रात और धंस गया है और यह कभी भी गिर सकता है. लिहाजा, इस पुल पर दुपहिया वाहन तो दूर पैदल आवाजाही करना भी खतरे से खाली नहीं रह गया है.

पानी की तेज धार की वजह से पुल कभी भी भरभराकर गिर सकता है. इस पुल को लेकर खतरे का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस पुल का जो पिलर धंसा था, वह पिछले चार साल से लगभग एक-डेढ़ फीट ही धंसा हुआ था. पर, रात की बारिश के बाद यह कुल 5 फीट (तीन- साढ़े तीन फीट और) धंस गया है.

डेढ़ दशक पहले इस पुल का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कराया गया था. सात स्पैन के इस पुल का तीसरा स्पैन ऐसे ही मौसम में अक्तूबर 2017 में धंस गया था. इस स्पैन के धंस जाने से इसका असर पुल के स्लैब पर दूसरे पाया पर भी पड़ा है. लिहाजा देर से ही सही अब पुल की मरम्मत कराने के बजाय नवनिर्माण की ही पहल हुई है. 14 सितंबर को इस प्रोजेक्ट को तकनीकी स्वीकृति मिली है.

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उल्लेखनीय है कि मोतिहारा पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने और उससे तकरीबन चार साल से आवाजाही प्रभावित है. पुल पर से आवागमन ठप रहने से बारापलासी और उसके आसपास के दो दर्जन गांवों में रहनेवाले लोगों के लिए प्रखंड मुख्यालय आने-जाने में परेशानी हो रही है. लोग दुपहिया लेकर आवाजाही तो कर ले रहे थे, पर अब जो स्थिति है, उसमें लोगों को दुपहिया लेकर गुजरने में तो दूर पैदल आने-जाने में भी रूह कांप जा रही है.

Posted By : Samir Ranjan.

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