धन को परमार्थ में लगायें, मिलेगी कृपा : मदनमोहन
वृंदावन से आये कथावाचक मदनमोहन शास्त्री ने रास लीला को सर्वोच्च लीला बताते हुए कहा कि रास जीव और शिव के मिलन का प्रतीक है.
बासुकिनाथ. रीमद्भागवत कथा ज्ञान सप्ताह यज्ञ के छठे दिन जरमुंडी कथा स्थल पर भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी. वृंदावन से आए कथावाचक मदनमोहन शास्त्री ने रास लीला को सर्वोच्च लीला बताते हुए कहा कि रास जीव और शिव के मिलन का प्रतीक है. उन्होंने आस्था, विश्वास, निश्चय और परिश्रम को भगवत प्राप्ति का मूल मंत्र बताया. श्रीकृष्ण–रुक्मणी विवाह प्रसंग सुनाते हुए बताया कि रुक्मणी स्वयं लक्ष्मी हैं और नारायण से कभी दूर नहीं रह सकतीं. धन को परमार्थ में लगाने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है. कथा में श्रीकृष्ण के 16 हजार विवाहों का भी वर्णन किया गया. रुक्मणी–कृष्ण विवाह की मनोहर झांकी ने भक्तों को भावविभोर कर दिया. आयोजन में यजमान रामानंद झा तथा समिति सदस्य मौजूद थे.
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