मोंथा का रामगढ़ में भी असर, लगातार बारिश से फसल प्रभावित
चक्रवाती तूफान 'मोंथा' का रामगढ़ में असर हुआ है, जिससे मंगलवार रात से बूंदाबांदी शुरू हुई और बुधवार दोपहर से तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने 31 अक्टूबर तक झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिसमें दुमका भी शामिल है। तेज बारिश और हवा के कारण धान की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है, खेतों में खड़ी व कटाई हुई फसल गिर रही है। साथ ही, आलू की भी फसल खराब होने की आशंका है, खासकर सिलठा ए, गंगवारा, पहाडपुर, भालसुमर, कांजो समेत कई पंचायतों में जहां आलू की खेती होती है। किसानों को फसलों के नुकसान को लेकर चिंता है।
प्रतिनिधि, रामगढ़. चक्रवाती तूफान ”मोंथा” का रामगढ़ में भी असर हुआ है. मंगलवार रात 10:00 बजे से प्रखंड के ज्यादातर इलाकों में बूंदाबांदी शुरू हो गई, जबकि बुधवार दोपहर बाद से रामगढ़ प्रखंड के कई हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के चलते 31 अक्टूबर तक झारखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है. 30 और 31 अक्टूबर को दुमका जिले में भी भारी बारिश की आशंका है. हवा के साथ भारी बारिश से धान की फसल बुरी तरह प्रभावित हो रही है, और खेत में खड़ी फसल गिर रही है. कटाई शुरू होने के कारण कई जगह कटी हुई धान की फसल भी खेत में ही है. किसानों को आशंका है कि मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार बारिश हुई तो तैयार धान की फसल का भारी नुकसान हो सकता है. अत्यधिक बारिश से आलू की फसल को भी नुकसान होने की आशंका है. रामगढ़ प्रखंड के सिलठा ए, गंगवारा, पहाडपुर, भालसुमर, कांजो, लतबेरवा, भातुडिया बी, छोटी रण बहियार, बडी रण बहियार, कंजवे, महुबना जैसे पंचायतों में बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है. धान और आलू की फसल में संभावित नुकसान की आशंका से किसान चिंतित हैं.
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