चार लाख मोबाइल व लैपटॉप के साथ बांका का युवक गिरफ्तार

पुलिस ने उसके कमरे से करीब चार लाख रुपये के चोरी के 20 महंगे स्मार्टफोन, चार्जर और एक लैपटॉप बरामद किया है.

By ANAND JASWAL | October 26, 2025 7:17 PM

कार्रवाई. दुमका के स्टेशन रोड स्थित लॉज में नगर थाने की पुलिस ने की छापेमारीदुमका-भागलपुर रूट के ट्रेन में चुराता था बैग और मोबाइल

रसिकपुर में लॉज में रहकर करता था सरकारी नौकरी की तैयारी

संवाददाता, दुमका

नगर थाने की पुलिस ने ट्रेन यात्रियों और शहर में मोबाइल चोरी करने वाले युवक विबक कुमार साह को शनिवार की रात स्टेशन रोड स्थित लॉज से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बिहार के बांका जिले के बाराहाट थाना क्षेत्र के लबोरदार गांव का रहनेवाला है. पुलिस ने उसके कमरे से करीब चार लाख रुपये के चोरी के 20 महंगे स्मार्टफोन, चार्जर और एक लैपटॉप बरामद किया है. पुलिस ने उपयोग में लाए जा रहे मोबाइल को भी बरामद किया है. रविवार को नगर थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया कि पिछले पांच माह से दुमका शहर और ट्रेन से मोबाइल चोरी की कई शिकायतें मिल रही थीं. शनिवार को एक यात्री ने ट्रेन में मोबाइल चोरी होने की सूचना दी. नंबर ट्रेस करने पर लोकेशन स्टेशन रोड स्थित दिवाकर लॉज के पास की मिली, जब एएसआइ संतोष कुमार टीम के साथ वहां पहुंचे तो पता चला कि उसी परिसर में विबक नामक युवक लॉज में रहता है. कमरे की तलाशी के दौरान कई चोरी के मोबाइल और लैपटॉप मिले, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया.सावन माह से कर रहा था चोरी, नौकरी न मिलने पर मिल रहा था ताना

पूछताछ में युवक ने बताया कि उसने तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में ऑनर्स किया है. वह और उसका बड़ा भाई दोनों भागलपुर में सात साल रहकर पढ़ाई करते रहे. नौकरी नहीं मिली. परिवारवालों का लगातार ताना मिल रहा था. ऐसे में उसने दुमका के बंदरजोरी के संस्थान में आइटीआइ में दाखिला लिया. घर आना-जाना कम कर दिया. इसी क्रम में भागलपुर से आने-जाने के क्रम में पैसों की तंगी के कारण उसने सावन माह से चोरी शुरू की. सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा करने के लिए वह दुमका के रसिकपुर स्थित इस लॉज में रहकर तैयारी कर रहा था.

ट्रेन यात्रियों को बनाता था निशाना

युवक ने बताया कि वह ज्यादातर भागलपुर जाने वाली ट्रेनों के यात्रियों को निशाना बनाता था. चार्जिंग में लगे मोबाइल या सीट पर रखे बैग को मौका देखकर चुरा लेता था. उसने स्वीकार किया कि अब तक उसने चार यात्रियों के बैग चोरी किए हैं, जिनमें एक लैपटॉप और 30 हजार रुपये नकद मिले थे. कई मोबाइलों के बैक कवर में पैसे भी रखे मिले, जिनसे उसकी छोटी-मोटी जरूरतें पूरी हो जाती. पर धीरे-धीरे उसने इसे अपना धंधा ही बना लिया. उसने पुलिस को बताया कि पैसे की उसे जरूरत थी, इसलिए उसने ऐसा किया. बैग में मिले रुपये और चुराये गये मोबाइल के बैक कवर में लोगों के रखे गये रुपयों से उसका काम चलता रहा, इसलिए उसने मोबाइल नहीं बेचा. न ही लैपटॉप. चोरी किए गए सभी मोबाइल और लैपटॉप को वह छठ पूजा के बाद बेचने की योजना बना रहा था. उसने दावा किया कि उसका कोई गैंग नहीं है. अब तक किसी भी मोबाइल को नहीं बेचा है. बहरहाल थाना प्रभारी का कहना है कि युवक से पूछताछ जारी है.

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