50 हजार श्रद्धालुओं ने की फौजदारीनाथ को जलार्पण
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि मंगलवार बैकुंठ चतुर्दशी तिथि को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में भक्तों की भीड़ लगी रही
बैकुंठ चतुर्दशी पर बासुकिनाथ में हुई विशेष पूजा-अर्चना
प्रतिनिधि, बासुकिनाथकार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि मंगलवार बैकुंठ चतुर्दशी तिथि को बाबा फौजदारीनाथ दरबार में भक्तों की भीड़ लगी रही. करीब 50 हजार शिवभक्तों ने भोलेनाथ पर जलार्पण किया. बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भागवान विष्णु की पूजा से स्वर्ग का सुख मिलता है. इस दिन भगवान विष्णु की विशेष विधि से आराधना करने से हर मनोकमना पूरी होती है. भक्तों ने बाबा फौजदारीनाथ की पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना की. वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंडितों के द्वारा षोडशोपचार विधि से पूजा अर्चना की गयी. भक्तों ने गंगाजल से महादेव का अभिषेक किया. सरकारी पूजा के बाद मंदिर गर्भगृह का गेट भक्तों के लिए खोल दिया गया. सूर्योदय से पूर्व श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगाकर फौजदारीनाथ की पूजा-अर्चना की. भक्तों ने शिवगंगा से गर्भगृह गेट तक दंडवत प्रणाम किया. भक्तों ने मंदिर प्रांगण में बच्चों का मुंडन संस्कार के साथ अनेक धार्मिक अनुष्ठान कराये. पंडित सुधाकर झा ने बताया कि व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करने से बैकुंठ की प्राप्ति होती है. वैकुंठ चतुर्दशी पर भगवान शिव और विष्णु का अद्भुत मिलन होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, बैकुंठ चतुर्दशी के दिन स्वर्ग का द्वार खुला रहता है. बैकुंठ चतुर्दशी को भगवान शिव ने विष्णु जी को सुदर्शन चक्र दिया था. पवित्र दिन से सृष्टि का भार भगवान विष्णु के पास एक बार फिर आ जाता है. कार्तिक मास में भगवान शिव व विष्णु की विधि-विधान पूर्वक पूजन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन भगवान विष्णु पूजा करना उत्तम फलदायी माना गया है. भक्तों ने तुलसी के सामने घी के दिए जलाये.
कार्तिक पूर्णिमा आज, हजारों श्रद्धालुओं की जुटेगी भीड़
बासुकिनाथ. कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को बाबा फौजदारीनाथ का जलाभिषेक के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने की संभावना है. मंदिर प्रभारी सह बीडीओ कुंदन भगत ने बताया कि मंदिर का पट साढ़े चार बजे भोर में खुलेगा. सरकारी पूजा के बाद गर्भगृह का पट भक्तों के लिए खोल दिया जायेगा. मंदिर प्रभारी श्रद्धालुओं की सुविधार्थ कर्मियों को आवश्यक निर्देश भी दिया. एसडीपीओ अमित कुमार कच्छप ने बताया कि पूर्णिमा को लेकर मंदिर में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा. मंदिर के पास वाहनों का पार्किंग की अनुमति नहीं रहेगी. नंदी चौक पर ही वाहनों का प्रवेश रोक दिया जायेगा. अखंड हरीनाम संकीर्तन समापन
बासुकिनाथ. कार्तिक मास में बाबा फौजदारीनाथ दरबार में आयोजित अखंड हरीनाम संकीर्तन का समापन हो गया. भक्तों ने गाजे बाजे के बीच नाचते गाते मंदिर परिक्रमा कर पवित्र शिवगंगा में कलश विसर्जन किया. एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया. भक्तों के बीच प्रसाद का भी वितरण किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
