न केवल रॉ कोल, बल्कि कीमती सामानों की भी जारी है चोरी

मरम्मत के नाम पर गायब कर दिये गये 360 से अधिक मोटर, अन्य महंगे सामान भी हो चुके हैं गायब

By Prabhat Khabar | April 28, 2024 1:12 AM

मनोहर कुमार, धनबाद,

बीसीसीएल की सुदामडीह वाशरी से स्लरी के नाम पर ना सिर्फ रॉ कोल का उठाव हो रहा है, बल्कि मोटर समेत अन्य कीमती सामान की चोरी कर कंपनी को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है. सूचना के मुताबिक सुदामडीह वाशरी 180 यूनिट में बंटी हुई है. हर यूनिट में दो-दो मोटर लगे हुए थे. परंतु वर्तमान में किसी यूनिट में एक भी मोटर नहीं मिलेगा. जानकार बताते हैं कि यूनिट के 360 मोटर मरम्मत के नाम पर गायब कर दिये गये हैं. इसमें स्थानीय प्रबंधन की भूमिका भी पूरी तरह से संदिग्ध है. इतना ही नहीं सुदामडीह वाशरी बंद है. वाशरी में पांच डंपर हैं. इसकी रिपेयरिंग के नाम पर लगातार फर्जी बिल बनाया जा रहा है. सूचना के मुताबिक एक-एक डंपर की रिपेयरिंग पर 4-4 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं, जो जांच का विषय है. स्थानीय एक अधिकारी ने बताया कि मामले की सही से जांच हो, खास कर स्टोर व मरम्मत के नाम पर हो रहे खर्च का, तो कई स्थानीय अधिकारियों की गर्दन फंस सकती है.

साइलो में पड़े 35 सौ टन रॉ कोल पर है सिंडिकेट की नजर :

सूचना के मुताबिक सुदामडीह वाशरी के साइलो में करीब 35 सौ टन से अधिक रॉ कोल का स्टॉक है. जबकि 600 टन से अधिक वाश्ड कोल का स्टॉक है. यहां तक कि हाॅपर के ग्रिजली में भी 25 सौ टन से अधिक रॉ कोल का स्टॉक है. इसपर सिंडिकेट व डीओ होल्डरों की नजर है. वे स्लरी की आड़ में मंहगे रॉ कोल व वाश्ड कोल के उठाव की तैयारी में है. सूचना के मुताबिक वाशरी के अंदर भी बेल्ट आदि से गिरा सैकड़ों टन मिक्स कोल (रॉ कोल, मिड्लिंग व वाश्ड कोल) का स्टॉक है. इसे सिंडिकेट गायब करने की तैयारी में है.

नाइट स्टे व बिना जीपीएस के बाहरी डंपर का प्रवेश कैसे ? :

सुदामडीह वाशरी से स्लरी की आड़ में रॉ कोल उठाव का खेल पिछले एक-डेढ़ माह से चल रहा है. इसके लिए वाशरी परिसर में बिना स्थानीय प्रबंधन के लिखित परमिशन व जीपीएस के ही कई दिनों तक निजी डंपर का इस्तेमाल किया गया. शाम में पांच बजे तक लोडिंग बंद रखने का प्रावधान है. बावजूद इसके देर शाम तक ट्रकों की लोडिंग करायी जा रही थी. यहां तक की ट्रकों के नाइट स्टे भी नियम-कानून को ताक पर रख कर वाशरी परिसर में कराया गया, ताकि कोयले की चोरी हो सके. हालांकि पूरे मामले पर सुदामडीह के परियोजना पदाधिकारी राजेंद्र पासवान इनकार करते हैं. कहते हैं यहां किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है. अगर ऐसा है, तो जांच करायेंगे. जांच में एक भी गाड़ी पकड़ी गयी, तो कड़ी कार्रवाई करेंगे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version