Dhanbad News: राजभाषा संघर्ष की नहीं, स्वीकार्यता की है भाषा : आस्था जैन
कोयला मंत्रालय की संयुक्त निदेशक (राजभाषा) आस्था जैन ने गुरुवार को बीसीसीएल मुख्यालय का राजभाषा निरीक्षण किया.
कोयला मंत्रालय की संयुक्त निदेशक (राजभाषा) आस्था जैन ने गुरुवार को बीसीसीएल मुख्यालय का राजभाषा निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ मंत्रालय के वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी मनीष कुमार भी थे. कोयला भवन में आयोजित निरीक्षण-सह-राजभाषा समीक्षा बैठक में बीसीसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया समेत सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, राजभाषा विभाग एवं राजभाषा संवर्ग के कर्मी मौजूद थे. निरीक्षण दल ने बीसीसीएल में राजभाषा हिंदी के अनुपालन पर प्रसन्नता जतायी. अपने संबोधन में आस्था जैन ने कहा कि राजभाषा संघर्ष की नहीं, बल्कि स्वीकार्यता की भाषा है. हिंदी देश के विभिन्न प्रांतों को जोड़ने वाला वह सूत्र है, जो विविध भाषाओं को एकता में पिरोता है. गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं में अनुवाद कार्य को बढ़ावा दिया जा रहा है, ताकि सभी भाषाओं को सम्मान देते हुए हिंदी का प्रभावी कार्यान्वयन हो सके.
राजभाषा विभाग ने दी प्रस्तुति
निरीक्षण के दौरान राजभाषा विभाग द्वारा अनुपालन से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत किये गये. वहीं पावरपॉइंट प्रस्तुति में बताया गया कि बीसीसीएल में पिछली तिमाही के दौरान 90.63 प्रतिशत पत्राचार हिंदी में किया गया. इसके अलावा कंपनी द्वारा राजभाषा पखवाड़ा, हिंदी प्रतियोगिताएं, कवि सम्मेलन, कार्यशालाएं तथा हिंदी पत्र-पत्रिकाओं का नियमित प्रकाशन किया जाता है. बीसीसीएल के निदेशक (मानव संसाधन) श्री रमैया ने कहा कि बीसीसीएल राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है. कार्यक्रम के समापन पर श्रीमती जैन व मनीष कुमार को सम्मानित किया गया.
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