Dhanbad News: सदर अस्पताल के नेत्र विभाग का ओपीडी बंद

कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी से जूझ रहा है. ऐसे में गायनी विभाग के ओपीडी में एमओ चिकित्सक सेवा दे रहे हैं.

By ASHOK KUMAR | December 26, 2025 2:04 AM

कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल में चिकित्सकों की कमी अब मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन गयी है. स्थिति यह है कि डॉक्टरों की कमी के कारण नेत्र विभाग का ओपीडी बंद कर दिया गया है. वहीं कई अन्य विभाग भी संसाधनों और विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव से जूझ रहे हैं. अस्पताल में पदस्थापित डॉक्टरों की संख्या पहले ही कम थी. उस पर डीएमएफटी से बहाल 11 चिकित्सकों को हटाये जाने के बाद स्थिति और गंभीर हो गयी है. ऐसे में सदर अस्पताल मेटरनिटी अस्पताल बनता जा रहा है. यहां ज्यादातर मरीज गायनी विभाग में इलाज के लिए पहुंच रही हैं. अन्य विभागों में मरीजों की संख्या लगभग ना के बराबर है.

डॉक्टर के स्थानांतरण के बाद बंद हुआ नेत्र ओपीडी

नेत्र विभाग के चिकित्सक ने स्थानांतरण ले लिया है. उनके जाने के बाद से ओपीडी सेवा बंद है. हीरापुर निवासी 62 वर्षीय रामधनी महतो अपनी आंख की जांच के लिए तीन दिनों से अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं. वे बताते हैं कि पहले यहीं दिखा लेते थे. दवा भी मिल जाती थी. अब कहते हैं डॉक्टर नहीं हैं, बाहर दिखाइये. गरीब आदमी कहां जाये?

फिजिशियन व गायनी विभाग का हाल भी बुरा

सदर अस्पताल में नियमित फिजिशियन डॉक्टर नहीं हैं. ऐसे में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक, हार्ट संबंधित मरीजों को पर्याप्त उपचार नहीं हो पा रहा है. जेल में तैनात फिजिशियन सिर्फ राउंड के लिए आते हैं, जबकि ओपीडी में मेडिकल ऑफिसर मरीजों को सामान्य परामर्श दे रहे हैं. विशेषज्ञों से चिकित्सकीय परामर्श नहीं मिलने से कई मरीजों की स्थिति बिगड़ने का खतरा बढ़ जाता है. वहीं, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के ओपीडी में फिलहाल एमओ डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रही हैं, जबकि विशेषज्ञ गायनोलॉजिस्ट केवल इंडोर मरीजों को ही देख पा रही हैं. इसका असर गर्भवती महिलाओं पर सबसे अधिक पड़ रहा है. सरायढेला की अनिता देवी ने बताया कि डिलीवरी की तारीख पास है. पहले समय पर जांच हो जाती थी. अब जांच कराने में घंटों समय लग रहा है.

मोहल्ला क्लिनिक व सीएचसी के डॉक्टर सप्ताह में दे रहे एक दिन सेवा

स्थिति सुधारने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने फिलहाल अटल मोहल्ला क्लिनिक व सीएचसी के चिकित्सकों को सप्ताह में एक दिन ओपीडी में बुलाने का फैसला किया है. स्वास्थ्यकर्मियों के अनुसार, अस्पताल में रोजाना हजारों लोग पहुंचते हैं. सप्ताह में एक दिन डॉक्टर उपलब्ध होने से मरीजों को परेशानी हो रही है. तत्काल चिकित्सकीय परामर्श के लिए मरीजों को एक सप्ताह इंतजार करना पड़ता है.

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