Dhanbad News: जांच में फर्जी निकला छात्रा का जाति प्रमाण पत्र, नामांकन रद्द, केस दर्ज
Dhanbad News: एसएनएमएमएमसीएच में स्टेट कोटे से गोड्डा की छात्रा ने एमबीबीएस में करवाया था नामांकन
Dhanbad News: एसएनएमएमएमसीएच में स्टेट कोटे से गोड्डा की छात्रा ने एमबीबीएस में करवाया था नामांकनDhanbad News: शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर अनुसूचित जनजाति (एसटी) कोटे से एमबीबीएस में नामांकन लेने वाली गोड्डा की छात्रा सुचारिता दत्ता का नामांकन रद्द कर दिया गया है. साथ ही, उसके खिलाफ सरायढेला थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. बुधवार को मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ डीके गिंदोरिया और नामांकन सेल के नोडल पदाधिकारी डॉ गणेश कुमार की शिकायत पर छात्रा के खिलाफ सरायढेला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
जांच के लिए गोड्डा गयी थी टीम
एसएनएमएमसीएच में नामांकन के लिए पहुंची छात्रा ने एसटी का जाति प्रमाण पत्र दिया था. टीम को उसी वक्त उस पर संदेह हुआ था. इस पर जाति प्रमाण पत्र की जांच के लिए एक टीम को गोड्डा भेजा गया था. जांच के बाद 11 नवंबर को जाति प्रमाण पत्र फर्जी होने की पुष्टि गोड्डा जिला प्रशासन द्वारा की गयी. इसके बाद छात्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इस बाबत झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीइसीइबी) को भी पत्र लिखा गया है.
आठ नवंबर को नामांकन लेने पहुंची थी छात्रा
छात्रा आठ नवंबर को स्टेट कोटे से नामांकन के लिए एसएनएमएमसीएच आयी थी. उसने आरक्षण के लिए जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया था. छात्रा से शपथ पत्र लेकर उसका नामांकन ले लिया गया था. लेकिन जाति प्रमाण पत्र फर्जी पाये जाने के बाद अब मजिस्ट्रेट द्वारा दिये गये शपथ पत्र के उल्लंघन को लेकर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
स्टेट कोटे की दो सीटें खाली
नामांकन रद्द होने के बाद एमबीबीएस में स्टेट कोटे की दो सीटें खाली हो गयी हैं. पहले से दिव्यांग का एक सीट था. अब एसटी का एक सीट खाली हो गया है. अंतिम राउंड की काउंसेलिंग 15 से 20 नवंबर तक होना है.
क्या है प्राथमिकी
डॉ डीके गिंदौरिया ने थाने दी शिकायत में कहा है कि गोड्डा जिला के संदरमार के रहने वाले अजीत दत्ता की पुत्री सुचारिता दत्ता ने आठ नवंबर को अंचल अधिकारी गोड्डा (सदर) का फर्जी जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र के आधार पर एसएनएमएमसीएच में एमबीबीएस पाठ्यक्रम 2025-26 में औपबंधिक नामांकन के लिए आवेदन सभी मूल प्रमाण पत्र के साथ दिया था. जब दस्तावेज की जांच की गयी, तो गलत पाया गया. उसके बाद एक टीम बनाकर जांच के लिए गोड्डा भेजा गया. वहां अंचलाधिकारी ने बताया कि सुचारिता दत्ता के जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र को गलत ढंग से खतियानी रैयत वंशावली दर्शाते हुए बनाया गया है तथा निर्गत प्रमाण पत्रों को रद्द करने की कार्रवाई की जा रही है.
नामांकन लेने वाले सभी विद्यार्थियों के प्रमाण पत्रों की होगी जांच
एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने बताया कि अभी तक जितने भी एमबीबीएस में नामांकन लिये गये हैं. अब उन सभी विद्यार्थियों के सर्टिफिकेट की जांच होगी. प्रमाण पत्र जांच के लिए संबंधित जिला व बोर्ड को भेजा जायेगा.
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