Dhanbad News: कुसुंडा के गैस रिसाव स्थल पर ड्रिलिंग के दौरान मीथेन गैस का चला पता
केंदुआ गेस्ट हाउस परिसर में 19 मीटर हो चुकी है ड्रिलिंग, आज से होगी नाइट्रोजन फ्लशिंग
बीसीसीएल के कुसुंडा एरिया के गैस रिसाव प्रभावित गेस्ट हाउस परिसर में ड्रिलिंग के दौरान बुधवार को प्राकृतिक गैस मीथेन होने का पता चला. हालांकि गैस की मात्रा कितनी है, फिलहाल इसका आकलन नहीं किया गया है. वैज्ञानिकों की टीम गैस की वास्तविक मात्रा की जांच करने में जुटी है. एमइसीएल (मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड) की टीम को जमीन के भीतर गैलरी मिली है. गेस्ट हाउस में बुधवार को लगभग 13 मीटर ड्रिलिंग की गयी. पहले दिन मंगलवार को करीब छह मीटर ड्रिलिंग की गयी थी. मार्किंग स्थल पर शुरू की गयी ड्रिलिंग (बोरहोल) का काम बुधवार की शाम पूरा कर लिया गया. इसी दौरान मीथेन गैस की मौजूदगी का पता चला. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, गुरुवार से गैलरी में पाइप केसिंग डालकर नाइट्रोजन फ्लशिंग की जायेगी. यह पूरा काम विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की निगरानी में हो रहा है. नाइट्रोजन फ्लशिंग के बाद वैज्ञानिकों के निर्देश पर सर्वे विभाग द्वारा चिह्नित अन्य स्थलों पर भी ड्रिलिंग कर भूमिगत तापमान व गैस के सैंपल लिये जायेंगे. इसके अध्ययन के बाद आगे की रणनीति तय की जायेगी. इस बीच, कोल इंडिया के नये चेयरमैन बी साईराम गुरुवार को धनबाद आ रहे हैं. चेयरमैन बनने के बाद यह उनका पहला धनबाद दौरा है. श्री साईराम रांची से धनबाद पहुंचेंगे. वह केंदुआडीह के गैस रिसाव प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर मौजूदा स्थिति का जायजा लेंगे. चेयरमैन सुरक्षा व्यवस्था, पुनर्वास और तकनीकी पहलुओं पर संबंधित अधिकारियों से जानकारी लेंगे. बी साईराम का बेलगड़िया जाने का भी कार्यक्रम है. वह बीसीसीएल के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक और एमएसडीआइ दो का निरीक्षण करेंगे. इस दौरान परियोजनाओं की प्रगति, प्रशिक्षण व्यवस्था और आधारभूत संरचनाओं की समीक्षा करने की संभावना है. वापसी के क्रम में वह करमाटांड़ विस्थापन इलाके का दौरा कर एमएसडीआइ चार व वहां संचालित प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करेंगे. गैस का प्रभाव कम, लेकिन निगरानी जारी : वैज्ञानिकों का कहना है कि नाइट्रोजन फ्लशिंग अत्यंत संवेदनशील व जोखिम भरी प्रक्रिया है. नाइट्रोजन गैस हवा में मौजूद ऑक्सीजन को विस्थापित कर सकती है. इससे दम घुटने का खतरा बना रहता है. आम लोगों से अपील की गयी है कि फ्लशिंग के दौरान ड्रिलिंग स्थल से सुरक्षित दूरी बनाये रखें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके. बुधवार को कुसुंडा एरिया के गेस्ट हाउस परिसर व आसपास के कई इलाकों में गैस का प्रभाव पहले की तुलना में काफी कम बताया गया. हालांकि, मौके पर तैनात वैज्ञानिकों की टीम लगातार गैस के सैंपल और रीडिंग डेटा का विश्लेषण कर रही है. अधिकारी व वैज्ञानिक कार्य की लगातार कर रहे मॉनिटरिंग : कुसुंडा एरिया के गेस्ट हाउस परिसर के ड्रिलिंग स्थल के पास बैरिकेडिंग की गयी है. पुटकी के अंचलाधिकारी विकास आनंद, महाप्रबंधक जीसी साहा, एजीएम एन राय, बीके मिश्रा सहित अन्य अधिकारी और वैज्ञानिक कार्य की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इधर, कोल इंडिया के चेयरमैन बी साईराम के गुरुवार के दौरे को देखते हुए बीसीसीएल ने पूरी तैयारी की है. श्री साईराम राजपूत बस्ती, केंदुआ पांच नंबर, इमामबाड़ा, केंदुआ नयाधौड़ा तथा गेस्ट हाउस परिसर में चल रहे ड्रिलिंग कार्य का निरीक्षण करेंगे. ऐसी उम्मीद है कि कोल इंडिया के चेयरमैन के आगमन के बाद नाइट्रोजन फ्लशिंग शुरू हो. चेयरमैन दोपहर करीब पौने एक बजे केंदुआ पहुंचेंगे.
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