धनबाद में ख्रीस्त राजा पर्व की धूम, जुलूस में शामिल हुए हजारों भक्त
Khrist Raja Parv 2025: धनबाद में ख्रीस्त राजा पर्व के मौके पर मसीही समुदाय ने संत अंथोनी चर्च से भव्य शोभायात्रा निकाली. हजारों ईसाई धर्मावलंबियों ने भजन-कीर्तन और जयघोष करते हुए कार्मल स्कूल झारूडीह तक जुलूस में हिस्सा लिया. ईसा मसीह को राजाओं का राजा मानते हुए श्रद्धालुओं ने उत्साह के साथ पर्व मनाया.
Khrist Raja Parv 2025, धनबाद : ‘ख्रीस्त हमारा राजा है’, ‘ईसा मसीह दिलों के राजा’, ‘ईसा मसीह शांति के दूत’, और ‘धर्म सिखाता है प्रेम, नफरत नहीं’ जैसे संदेश लिखी तख्तियों के साथ मसीही समुदाय के लोग रविवार को संत अंथोनी चर्च से शोभायात्रा के लिए निकले. ख्रीस्त राजा पर्व के अवसर पर निकली यह यात्रा शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई कार्मल स्कूल झारूडीह तक पहुंची. पूरे रास्ते श्रद्धालु भजन-कीर्तन गाते हुए चल रहे थे. ‘ख्रीस्त राजा की जय’, ‘ख्रीस्त हमारा राजा है’, ‘वह राजाओं का राजा और प्रभुओं का प्रभु है’ जैसे गीतों पर सभी ने उत्साह के साथ सुर मिलाए.
हजारों की संख्या में ईसाई धर्मावलंबी उपस्थित
शोभायात्रा में संत अंथोनी चर्च धनबाद के अलावा संत तेरेसा कैथोलिक चर्च सिंदरी, संत जोन डी ब्रिटो चर्च गोमो, संत जोन वियन्नी चर्च धोवाटांड़, संत जेवियर चर्च टुंडी, संत मेरी चर्च डिगावाडीह तथा होली फैमिली चर्च कुमारधुबी के हजारों की संख्या में ईसाई धर्मावलंबी उपस्थित थे. यात्रा में पारलौकिक राजत्व (सक्रामेंत) के आगे-आगे बच्चे-बच्चियों द्वारा मुख्य मार्ग पर पुष्प वर्षा की जा रही थी. कार्मेल स्कूल धनबाद में समारोही प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. आसनसोल धर्मप्रांत के पूर्व बिशप सिप्रियन मोनिस द्वारा पारलौकिक राजत्व की आशीष की गयी. कैथोलिक कैलेंडर की पूजन विधि के अनुसार 34वां एवं अंतिम रविवार को ख्रीस्त राजा पर्व का त्योहार मनाया जाता है.
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ईसा मसीह स्वर्ग का राजा
ईसाई धर्मावलंबियों के अनुसार, ईसा मसीह को इस धरती का ही नहीं, बल्कि स्वर्ग का भी राजा माना गया है अर्थात स्वर्ग व्यापी राजा, जिसका राज्य अनंत है और पृथ्वी पर राजाओं का राजा माना गया है. आसनसोल धर्मप्रांत के पूर्व बिशप सिप्रियन मोनिस ने अपने उपदेश में कहा कि आज हम लोग यीशु को राजा मानकर जुलूस निकालते हैं. अन्य राजाओं की तरह हमारे यीशु मसीह के पास कोई राज सिंहासन नहीं था. सिर पर पहनने को कोई सोने का मुकुट नहीं था. रहने के लिए कोई राजमहल नहीं था. फिर सबके मन में यह सवाल उठता है कि यीशु मसीह हम सभी के लिए राजा कैसे हो सकते हैं.
30 नवंबर से प्रभु का आगमन काल शुरू
यीशु मसीह किसी देश या राज्य में नहीं, बल्कि हमारे दिलों में राज करते हैं. इसलिए हमने उन्हें अपना राजा माना है. संत अंथोनी चर्च धनबाद के प्रमुख फादर अमातुस कुजूर के नेतृत्व में जुलूस को सफल बनाने में फ्रांसिस इंदवार, पीटर चोरांट, प्रवीण कुमार लोंगा, मनोज लौरंगा, अजय खालखो, अरुण कच्छप आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा. भक्ति पूर्ण एवं मधुर गीतों की प्रस्तुति में शांति सोए तथा रिशु सुरीन का सक्रिय योगदान रहा. फादर अमातुस कुजूर ने धन्यवाद ज्ञापन किया. 30 नवंबर से प्रभु का आगमन काल प्रारंभ हो जायेगा. पहला एडवेंट संडे 30 नवंबर को है.
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