Dhanbad News :केलियासोल व एग्यारकुंड का हैबिटेशन मैपिंग शून्य

Dhanbad News : पांच दिनों में काम पूरा करने का निर्देश

By MANOJ KUMAR | November 23, 2025 2:44 AM

Dhanbad News : मनोज रवानी, धनबाद. हैबिटेशन मैपिंग का काम जिले में चल रहा है, लेकिन इसकी गति काफी धीमी है. इसको लेकर एपीओ शंभुदत्त मिश्रा ने शनिवार को निरसा, केलियासोल व एग्यारकुंड के सीआरपी, बीपीओ व एचएम के साथ वीसी की. प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा की. केलियासोल और एग्यारकुंड का प्रति रिपोर्ट शून्य है, जबकि निरसा में 20 हैबिटेशन मैपिंग हो पायी है. ऐसे में पांच दिनों में हैबिटेशन मैपिंग का काम पूरा कर शिक्षकों को टैग करने को कहा है. काम के पूरा होने के बाद डोर टू डोर सर्वे का काम शुरू होगा. ज्ञात हो कि पूरे जिले की बात करें तो शनिवार की दोपहर 12.30 बजे तक 514 गांव में 922 हैबिटेशन मैपिंग की गयी है. इसमें 551 शिक्षकों को टैग किया गया है. क्या है हैबिटेशन मैपिंग समग्र शिक्षा की वार्षिक कार्य योजना एवं बजट (2026-27) तैयार करने के लिए तीन से 18 आयु वर्ग के बच्चों की संख्या, स्कूलों में उनका नामांकन, ड्रॉप आउट तथा अनामांकित बच्चों की संख्या से संबंधित प्रतिवेदन केंद्र सरकार को उपलब्ध कराना है. विद्यालय स्तर पर शिशु पंजी सर्वे का काम स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा कराया जा रहा है. इसमें प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ ही सरकारी स्कूलों, गैर सरकारी सहायता प्राप्त, अल्पसंख्यक, सरकारी सहायता प्राप्त संस्कृत विद्यालयों व मदरसा शिक्षकों की जिम्मेदारी तय की गयी है. स्कूल से टैग होगा टोला व गांव वर्तमान वित्तीय वर्ष में शिशु पंजी अपडेट का काम प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक कक्षा वाले सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं करेंगे. जिले के सभी सरकारी स्कूलों को शिशु पंजी अपडेट करने के लिए विद्यालय को पास के सभी टोला या गांव से संबद्ध (टैग) किया जायेगा. इसके लिए हैबिटेशन मैपिंग करने की जिम्मेदारी प्रखंड के बीइइओ या अवर विद्यालय निरीक्षक व आउट ऑफ स्कूल प्रभारी, बीपीओ की है. घर-घर में होगा सर्वे स्कूलों के प्रधानाध्यापक व संबंधित संकुल साधन सेवी (सीआरपी) अपने विद्यालय के सभी सरकारी व पारा शिक्षकों को गांव-टोला के घरों के साथ टैग करेंगे. इसमें घर-घर सर्वे करने की जिम्मेदारी टोला से टैग शिक्षक या शिक्षिका की होगी. शिशु पंजी अद्यतन को लेकर घर-घर सर्वे का काम घरों की संख्या एवं स्कूल में शिक्षकों की संख्या के आधार पर करना है, ताकि जल्द काम पूरा हो.

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