गया रेल स्टेशन पर जब्त सोना मामले में झरिया के दुकानदार के घरवालों से की पूछताछ, चिपकाया इश्तेहार

गया रेलवे स्टेशन पर बरामद सोना मामले में गुरुवार को झरिया में जांच-पड़ताल की गयी. दीपक कदम के पोद्दारपाड़ा स्थित आवास में छापेमारी की, लेकिन वह फरार हो गया था. इस दौरान दीपक कदम के घरवालों से पूछताछ की गयी, लेकिन उन लोगों ने कुछ भी जवाब नहीं दिया. इसके बाद उसके घर के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका दिया.

By Prabhat Khabar | January 6, 2023 8:33 AM

Dhanbad News: गया रेलवे स्टेशन पर बीते वर्ष नौ दिसंबर को बरामद सोना मामले में गुरुवार को झरिया में जांच-पड़ताल की गयी. राजस्व आसूचना निदेशालय (राजस्व खुफिया निदेशालय), पटना के वरीय अधिकारी अभिषेक कमल के नेतृत्व में पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने दीपक कदम के पोद्दारपाड़ा स्थित आवास में छापेमारी की, लेकिन वह फरार हो गया था. इस दौरान दीपक कदम के घरवालों से पूछताछ की गयी, लेकिन उन लोगों ने कुछ भी जवाब नहीं दिया. इसके बाद अधिकारियों ने उसके घर के दरवाजे पर इश्तेहार चिपका दिया. इश्तेहार में दीपक को सोना खरीद मामले से संबंधित कागजात के साथ पटना स्थित कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है. इश्तेहार चिपकाने के बाद टीम के सदस्य ने इसी मामले में जेल में बंद दूसरे आरोपी झरिया अग्रसेन भवन राजा तालाब निवासी पंकज वर्मा के घर पहुंची. वहां पर पंकज की मां, पत्नी व छोटा भाई से पूछताछ की गयी.

झरिया के सोनापट्टी की भी ली जानकारी

टीम ने झरिया थानेदार सह इंस्पेक्टर पीके झा से मुलाकात कर झरिया सोनापट्टी के सोना-चांदी के कई व्यवसायियों के बारे में पूछताछ की. उनके विरुद्ध आपराधिक मामलों के संबंध में भी पूछा गया. किन-किन सोना-चांदी व्यवसायी पर मामला दर्ज है, यह भी सूचना ली गयी. इसके बाद टीम सोना गलाने का काम करने वाले व्यवसायी दीपक कदम की दुकान पर पहुंची. उसकी दुकान बंद थी. उसके बगल के ही सोना गलाने वाले दुकानदार रवि कुमार की दुकान के दो कारीगरों से भी पूछताछ की गयी.

गया स्टेशन पर सोना के साथ पकड़ाया था पंकज

जेल में बंद पंकज की मां ने बताया कि उनका बेटा सोना-चांदी का कारीगर है. वह पोद्दारपाड़ा निवासी सह धनबाद बालाजी हॉलमार्क के मालिक दीपक कदम के यहां काम करता था. अिधकािरयों के अनुसार गत वर्ष 10 दिसंबर को गया स्टेशन पर पटना जानेवाली एक ट्रेन में छापेमारी की थी. उक्त ट्रेन के थ्री टायर एसी में पंकज वर्मा सवार था. पूछताछ व टिकट जांच में पता चला कि वह कदम के नाम की टिकट पर यात्रा कर रहा था. पूछताछ करने पर उसने बताया था कि वह कदम के यहां काम करता है. कदम की तबीयत खराब होने के कारण उसे भेज दिया है.

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