धनबाद : मेले में चाट खाकर एक साथ 200 से अधिक लोग क्यों पड़े थे बीमार, ये वजह आयी सामने

धनबाद उपायुक्त संदीप सिंह ने फूड प्वाइजनिंग मामले की जांच का आदेश दिया है. इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी है. दरअसल, भोक्ता मेला के दौरान बुधवार की शाम लोगों ने चाट और गुपचुप खाया थआ. जिससे 200 से अधिक लोग बीमार पड़ गये थे.

By Prabhat Khabar | April 21, 2023 9:26 AM

Food Poisoning in Jharkhand: धनबाद के बलियापुर प्रखंड की करमाटांड़ पंचायत के हुचुकटांड़ टोला में भोक्ता मेला के दौरान बुधवार की शाम छोला में लोहटन (छिपकिली की एक प्रजाति) गिरने से चाट विषाक्त हो गयी और बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ गये थे. हालांकि अभी प्रशासनिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ग्रामीणों के अनुसार छोला-चाट बेचने वाले दुकानदार ने भी माना है कि मटर के छोले में लोहटन गिर गया था. लोहटन मर भी गया था. उसने उस जीव को निकाल कर फेंक दिया और छोला-चाट की बिक्री जारी रखी. इस दुकान से चाट खाने वाले ही बीमार पड़े, जबकि मेला में चाट-गुपचुप की चार दुकानें थीं. एक हजार से ज्यादा लोग मौजूद थे.

इस बीच उपायुक्त संदीप सिंह ने फूड प्वाइजनिंग मामले की जांच का आदेश दिया है. इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी है. गुरुवार को गांव के मंदिर के पास चबूतरा पर बैठे लोगों ने बताया कि जब दुकानदार ने देख लिया था कि छोला में लोहटन गिर गया है, तब उसे पूरा छोला ही फेंक देना चाहिए था. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. पांच किलो मटर बचाने के चलते सैकड़ों लोगों की जान सांसत में डाल दी. ग्रामीणों ने एसएनएमएमसीएच में मरीजों के इलाज की व्यवस्था को सराहनीय बताया. कहा कि बीमार पड़े अधिकांश लोग घर लौट आये हैं. इस दौरान मालाधारी रवानी, बबलू कुमार रवानी, मांगन रवानी, बिंदेश्वर रवानी, राजू रजवार, विजय रवानी, धीरेन रवानी सहित कई ग्रामीण मौजूद थे.

एक प्लेट से ज्यादा खाने वालों को हुई ज्यादा परेशानी

हुचुकटांड़ शिव मंदिर में चड़क पूजा सोमवार से शुरू हुई थी. उस दिन संजोत था. मंगलवार को लोगों ने व्रत किया था. बुधवार को भोक्ता घूमे. मंदिर के समीप खाली भू-खंड पर मेला लगा था. इसमें चाट-गुपचुप, आइसक्रीम, खिलौना की 10 दुकानें लगी थीं. सभी दुकानें गांव के आस-पास के ही लोगों ने लगायी थीं. सबसे पहली दुकान (ठेला) में ही छोला चाट बिक रहा था. यह मेला अपराह्न तीन से शाम लगभग सात बजे तक चला. ग्रामीणों के अनुसार पहली दुकान में जिन लोगों ने भी छोला-चाट खाया, वही लोग बीमार पड़े. जिसने भी एक प्लेट से ज्यादा खाया. उन्हें ज्यादा परेशानी हुई. रात आठ बजे के बाद उल्टी, लूज मोशन की शिकायत आने लगी. कुछ लोग बेहोश जैसा हो गये थे.

Also Read: धनबाद के इमरजेंसी विभाग में रात 10 बजे के बाद फैला चीत्कार, हर मिनट पहुंच रहे थे मरीज, जानें पूरा मामला
एसएनएमएमसीएच से 141 में 138 लोग डिस्चार्ज

इधर, विषाक्त भोजन खाने से बीमार होकर एसएनएमएमसीएच में इलाज करा रहे कुल 141 लोगों में से 138 को गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया गया. बुधवार की रात सभी को कै-दस्त और पेट दर्द की शिकायत के बाद यहां लाया गया था. शेष तीन को तेज बुखार होने के कारण डिस्चार्ज नहीं किया गया. तीनों मरीज पुष्पा देवी, नीलम कुमारी व मालती देवी हुचुकटांड़ की रहने वाली हैं. इधर कई लोग दूसरे अस्पतालों में इलाज को गये थे. उनमें भी अधिकतर को छुट्टी दे दी गयी है.

फूड प्वाइजनिंग मामले की प्रशासनिक जांच होगी. जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गयी है. जांच टीम में एसडीएम प्रेम तिवारी, सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा एवं बलियापुर के सीओ राम प्रवेश कुमार को शामिल किया गया है. टीम को एक सप्ताह के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. हर पहलू पर जांच का निर्देश दिया गया है.

-संदीप सिंह, उपायुक्त

Also Read: धनबाद : मेले में गुपचुप और चाट खाकर 200 से अधिक लोग बीमार, अस्पताल में कम पड़े बेड

फूड प्वाइजनिंग के तीन को छोड़ सभी मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है. उनकी तबीयत पहले से बेहतर है. कुछ दिनों तक सभी को खान-पान में एहतियात बरतने को कहा गया है.

-डॉ यूके ओझा, एचओडी मेडिसिन, एसएनएमएमसीएच

Next Article

Exit mobile version