Dhanbad News: वीडियो कॉलिंग से होगी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की निगरानी
Dhanbad News: सेल के अधिकारी रैंडम वीडियो कॉल कर स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों की करेंगे मॉनीटरिंग
Dhanbad News: सेल के अधिकारी रैंडम वीडियो कॉल कर स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों की करेंगे मॉनीटरिंग
Dhanbad News: धनबाद जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत चिकित्सकों और पारा मेडिकलकर्मियों पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी. उपायुक्त आदित्य रंजन ने स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उद्देश्य से वीडियो कॉलिंग मॉनीटरिंग सेल का गठन करने का निर्देश दिया है. इस नयी व्यवस्था के तहत अधिकारी रैंडम तौर पर किसी भी स्वास्थ्य केंद्र में वीडियो कॉल के माध्यम से चिकित्सकों और पारा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति की जांच करेंगे. पिछले कुछ माह से स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों के विलंब से पहुंचने, समय से पहले जाने व ड्यूटी से गायब रहने की शिकायत लगातार मिल रही थी. हाल ही में उपायुक्त की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया था. बैठक में कई सदस्यों ने स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही और आम लोगों को मिल रही खराब चिकित्सा सेवाओं पर चिंता जतायी थी. इस पर उपायुक्त ने सख्त रुख अपनाते हुए वीडियो कॉलिंग के जरिये चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मी की जांच करने का निर्देश दिया है. बैठक में उपायुक्त ने कहा था कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक सुलभ कराने के लिए बड़े पैमाने पर संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं. लेकिन यदि चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभायेंगे, तो योजनाओं का लाभ जनता तक नहीं पहुंचेगा.कैसे काम करेगा वीडियो कॉलिंग मॉनीटरिंग सिस्टम
इस व्यवस्था के तहत जिला स्तर पर एक वीडियो कॉलिंग सेल बनाया जायेगा. इस सेल में नियुक्त अधिकारी तय समय पर या रैंडम तरीके से किसी भी सीएचसी, यूसीएचसी, पीएचसी व यूपीएचसी में वीडियो कॉल करेंगे. कॉल रिसीव करने पर संबंधित केंद्र में मौजूद चिकित्सकों और पारा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति की पुष्टि की जायेगी. अधिकारी कॉल के दौरान केंद्र की वास्तविक स्थिति का अवलोकन करेंगे और उसकी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को देंगे.चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को डाटा रखना होगा ऑन
इस नयी योजना के तहत चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल का डाटा ऑन रखने का निर्देश दिया गया है. यदि किसी का मोबाइल डाटा ऑफ पाया गया या कॉल रिसीव नहीं किया गया, तो उसे ड्यूटी से अनुपस्थित माना जायेगा. संबंधित कर्मी से स्पष्टीकरण मांगा जायेगा.46 स्वास्थ्य केंद्रों में नवंबर से होगी नयी व्यवस्था की शुरुआत
यह योजना नवंबर से पूरे जिले के 46 स्वास्थ्य केंद्रों में शुरू होगी. वर्तमान में जिले में कुल आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), दो अर्बन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (यूसीएचसी), 26 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) व 10 अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) संचालित हैं. शुरुआती चरण में योजना की निगरानी जिला मुख्यालय से होगी. बाद में प्रखंड स्तर पर इसका विस्तार किया जायेगा.योजना से होंगे कई लाभ
इस पहल से स्वास्थ्य सेवाओं में अनुशासन और पारदर्शिता बढ़ेगी. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित होगी. अब तक मरीजों को अक्सर चिकित्सक के नहीं मिलने या समय पर इलाज नहीं होने की शिकायतें मिलती थी. नयी व्यवस्था से इन समस्याओं में काफी कमी आयेगी. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग को वास्तविक समय में प्रत्येक केंद्र की स्थिति की जानकारी मिल सकेगी. इससे आपातकालीन सेवाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी. जहां स्टाफ की कमी या अनुपस्थिति पायी जायेगी, वहां तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था की जा सकेगी.बोले सिविल सर्जन
वीडियो कॉलिंग के माध्यम से निगरानी की नयी पहल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा. इससे जहां चिकित्सकों की जिम्मेदारी तय होगी. आम जनता को समय पर और बेहतर इलाज मिलने की उम्मीद भी मजबूत होगी. डॉ आलोक विश्वकर्मा, सिविल सर्जन, धनबादडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
