हार्डकोक भट्ठा मालिक, सीए पर 89 लाख की ठगी का केस

दीपक सांवड़िया, सीए िववेक अग्रवाल समेत तीन नामजद धनसार : कतरास के चर्चित कोल व्यवसायी त्रिलोकी सिंह ने हार्डकोक भट्ठा गोविंदपुर के मालिक दीपक सांवड़िया सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी कर 89 लाख रुपये की ठगी का मामला धनसार थाना में दर्ज कराया है. पुलिस ने त्रिलोकी सिंह के बयान पर दीपक सांवड़िया, चार्टर्ड […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 28, 2017 4:25 AM

दीपक सांवड़िया, सीए िववेक अग्रवाल समेत तीन नामजद

धनसार : कतरास के चर्चित कोल व्यवसायी त्रिलोकी सिंह ने हार्डकोक भट्ठा गोविंदपुर के मालिक दीपक सांवड़िया सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी कर 89 लाख रुपये की ठगी का मामला धनसार थाना में दर्ज कराया है. पुलिस ने त्रिलोकी सिंह के बयान पर दीपक सांवड़िया, चार्टर्ड एकाउंटेंट विवेक अग्रवाल व दीपक सांवड़िया के कर्मचारी मानिक तिवारी के खिलाफ कांड संख्या 112/17 में धारा 406, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज किया है.
क्या है मामला : त्रिलोकी सिंह का कहना है कि वह कोल व्यवसायी हैं. कार्यालय धोबाटांड़ में रिलायबल फ्यूल्स इंडिया के नाम से है. कोयला का व्यवसाय मंदा होने के कारण अपने व्यापारी मित्र सुरेश अग्रवाल (धोबाटांड़), योेगेंद्र अग्रवाल (जोड़ाफाटक) से जमीन व्यवसाय करने का मन बनाया. इसी बीच 2012 में दीपक कुमार सांवड़िया, निवासी चनचनी कालोनी धैया, से धोबाटांड़ स्थित कार्यालय में मुलाकात हुई. कोयला व्यवसाय के कारण पूर्व से हमलोग परिचित थे. दीपक ने भी हम लोगों के साथ जमीन कारोबार से जुड़ने की बात कही. उसने हमलोगों को विश्वास में लेकर, उसमे बजरंग अग्रवाल व विवेक अग्रवाल कोलकाता के चार्टर्ड एकाउंटेंट जो झरिया के निवासी भी हैं, को यह बात बताते हुए कहा कि विवेक अग्रवाल के पास एक प्राइवेट कंपनी है और प्राइवेट कंपनी के बारे में जानकारी भी है.
साथ ही विवेक से प्राइवेट कंपनी दिला देने की बात कही. दीपक व विवेक ने विश्वास में लेकर कहा कि जो प्राइवेट कंपनी ले रहे हैं उसमें किसी प्रकार की त्रुटि नहीं है न ही आयकर विभाग का बकाया है. इस पर सहमति बनी और इस एवज में दीपक सांवड़िया, विवेक व मानिक को 89 लाख रुपये कंपनी ट्रांसफर के नाम से दे दिया. दीपक ने सुनियोजित तरीके से प्राइवेट कंपनी भावेश कामोट्रेड प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टरशिप हमारे नाम से करा दी.
आयकर छापामारी से खुली पोल : इसी बीच 19 फरवरी 2014 को धोबाटांड़ में मेरे कार्यालय व व्यवसायी मित्र सुरेश व योगेंद्र अग्रवाल के यहां आयकर विभाग की छापामारी हुई. छापामारी के दौरान आयकर विभाग ने कहा कि जिस कंपनी का नाम है उसमें त्रुटि व खामियां है. आयकर विभाग ने करोड़ों रुपये टैक्स व पेनल्टी की मांग कर दी है. इस कंपनी पर 2011-12 के दौरान 19 करोड़ 64 लाख का बकाया है. जब यह बात दीपक सांवड़िया को बतायी तो उसने कहा कि हम 89 लाख वापस कर देंगे. दीपक, विवेक व मानिक की बात से पता चला कि एक सुनियोजित तरीके से हमलोगों को फंसाया गया है. दीपक पैसा वापस करने व आयकर विभाग को सलटाने की बात कहते हुए टालमटोल करता रहा. पर कुछ दिन से मुझे पैसा लौटाने की बजाय धमकी व गालियां दे रहा है. पुलिस इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है.
कारोबार का झगड़ा
कोल व्यवसायी त्रिलोकी सिंह ने दर्ज कराया मामला
गड़बड़ कंपनी ट्रांसफर करने का आरोप

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