सुबह से अच्छा दोपहर का व्यायाम : डॉ एनके सिंह

धनबाद : इमधुमेह में व्यायाम रामबाण की तरह है. हालिया रिसर्च में पता चला है कि सुबह की तुलना में दोपहर बाद व्यायाम करना अधिक फायदेमंद है. भोजन के बाद चलने से ग्लूकोज नियंत्रण में सुधार होता है. मधुमेह रोगियों के लिए एरोबिक, प्रतिरोध और लचीलेपन का योग करना बेहतर होता है. मधुमेह में व्यायाम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 18, 2019 6:13 AM
धनबाद : इमधुमेह में व्यायाम रामबाण की तरह है. हालिया रिसर्च में पता चला है कि सुबह की तुलना में दोपहर बाद व्यायाम करना अधिक फायदेमंद है. भोजन के बाद चलने से ग्लूकोज नियंत्रण में सुधार होता है. मधुमेह रोगियों के लिए एरोबिक, प्रतिरोध और लचीलेपन का योग करना बेहतर होता है.
मधुमेह में व्यायाम अरबों डॉलर के बराबर होता है. मरीज की पर्ची में व्यायाम के बारे में चिकित्सकों को बताना चाहिए. यह बातें रिसर्च सोसाइटी फोर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआइ) के अध्यक्ष डॉ एनके सिंह ने कही.
वह रविवार को एक होटल में आयोजित सीएमइ (कंटीन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन) को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम का आयोजन आरएसएसडीआइ की ओर से किया गया. इससे पहले कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियों ने दीप जला कर किया.
वीएस प्रसाद ने सत्र की अध्यक्षता की. कार्यक्रम में डॉ लीना सिंह, डॉ
पी गुप्ता, डॉ एसपी अग्रवाल, डॉ भगनिया सहित कई फिजिशियन उपस्थित थे.
इन बातों पर डाला गया प्रकाश
चाईबासा, देवघर और रांची के बाद, धनबाद में यह सीएमई चिकित्सकों को नवीनतम जानकारी देने के लिए किया गया है.
झारखंड चैप्टर मधुमेह में हृदय फेल्योर की व्यापकता पर रिसर्च शुरू करने वाला है. यह पहली बार भारत में ओरिजिनल आंकड़े देगा, जो भारत में अब तक नहीं हैं.
झारखंड चैप्टर की ओर से लगभग बीस हजार की आबादी के मधुमेह की देखभाल की जायेगी. इसके लिए टुंडी के हुरलाडीह गांव को गोद लिया जायेगा. यहां प्रोजेक्ट दो साल तक चलेगा. यहां से ग्रामीण क्षेत्रों में मधुमेह पर रिसर्च किया जायेगा.
हृदय व किडनी का ध्यान रखना जरूरी : डॉ विनय
आरएसएसडीआइ के सचिव डॉ विनय धनधानिया ने कहा कि मधुमेह में हृदय और किडनी का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए. शुरू से ही हम ऐसी दवाएं दें जिससे न केवल ग्लूकोज लेवल कम हो, बल्कि हृदय व किडनी को भी सुरक्षा प्रदान किया जा सके. इसके लिए एसडीएलटी 2आइ, डमागलिफोजिन, जीएलपी1आरए एगोनिस्ट समूह की दवाएं फायदेमंद हैं.
धनबाद में 30 प्रतिशत लोग ही करते हैं व्यायाम
डॉ एनके सिंह ने बताया कि डायबिटीज एंड हार्ट रिसर्च सेंटर (डीएचआरसी)
धनबाद के एक सर्वेक्षण से पता चला कि धनबाद में केवल 30 प्रतिशत मरीज ही ठीक से एक्सरसाइज करते हैं. जबकि सर्दियों में मुश्किल से 10 प्रतिशत मरीज ही नियमित रूप से व्यायाम कर पाते हैं. एक्सरसाइज के लाभों को देखते हुए इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है.

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