सुरक्षा में सीआइएसएफ की भूमिका महत्वपूर्ण

धनबाद : आर्थिक उदारीकरण एवं वैश्वीकरण के दौर में भी अपने को पूर्णतः व्यावसायिक रूप से दक्ष साबित करते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. औद्योगिक सुरक्षा के लिए गठित इस बल ने विकास के नये आयाम स्थापित किये हैं. ये बातें उपायुक्त […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 11, 2019 7:05 AM
धनबाद : आर्थिक उदारीकरण एवं वैश्वीकरण के दौर में भी अपने को पूर्णतः व्यावसायिक रूप से दक्ष साबित करते हुए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. औद्योगिक सुरक्षा के लिए गठित इस बल ने विकास के नये आयाम स्थापित किये हैं.
ये बातें उपायुक्त ए दोड्डे ने कही. वह रविवार को कोयला नगर स्थित परेड ग्राउंड में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के स्थापना की स्वर्ण जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उपायुक्त ने कहा कि औद्योगिक प्रतिष्ठानों की चहारदीवारी से निकल कर यह बल आज देश के विकास में अति महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है.
सीआइएसएफ पर देश के हवाई अड्डे, मेट्रो रेलवे स्टेशन, संवेदनशील सरकारी भवन, पावर प्लांट, परमाणु अनुसंधान संस्थान आदि की सुरक्षा एवं संरक्षण की जिम्मेदारी है. दिल्ली एनसीआर की लाइफ लाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा भी सीआइएसएफ कर रही है. वर्तमान में इसकी छवि एक बहुआयामी प्रतिभा वाली तकनीक प्रेमी एवं मल्टी टास्किंग बल के रूप में विख्यात हो चुकी है.
सुरक्षा बल द्वारा विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी प्रतिष्ठानों को सुरक्षा परामर्श भी उपलब्ध कराया जाता है. वर्तमान में इसके द्वारा 361 से अधिक इकाइयों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है. वर्ष 2009 से बल को सरकारी क्षेत्र के प्रतिष्ठान के अतिरिक्त प्राइवेट क्षेत्र के प्रतिष्ठान की सुरक्षा की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया
उपायुक्त ने कहा कि नयी तकनीक को अपना कर सुरक्षा एवं संरक्षण करना इसकी विशेषता है. इसी के बदौलत बल ने विभिन्न प्रकार की सुरक्षा चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है.
अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद, नक्सलवाद के कारण उत्पन्न वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य के मद्देनजर बल के प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया है. नयी तकनीकी प्रशिक्षण से इसे आधुनिक बनाया गया है. इससे पहले उपायुक्त व सीआइएसएफ के डीआइजी पी रामण ने परेड की सलामी ली.
स्वर्ण जयंती समारोह में बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) आरएस महापात्रा, यू दास, जीएम कल्याण जी प्रसाद, जितेंद्र मलिक, पी चंद्रा, महाप्रबंधक, पीके दूबे, सुबोध प्रसाद, एमएल प्रजापति, सीआरपीएफ के सुरेंद्र कुमार, बीपी सिंह, सहायक कमांडेंट सहित कई अधिकारी मौजूद थे.

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