धनबाद : महिलाकर्मियों ने गिनाई समस्‍या: कहा – शौच जाने में परेशानी, छेड़छाड़ आम बात, कभी-कभी हो जाता है गर्भपात

धनबाद : धनबाद : महिलाकर्मियों ने गिनाई समस्‍या: कहा – शौच जाने में परेशानी, छेड़छाड़ आम बात, कभी-कभी हो जाता है गर्भपात कहा कि अवांछित तत्वों का शिकार होना पड़ता है. छेड़छाड़ का शिकार होना ही पड़ता है, महिला साथी पत्थर व ट्रैक पर चलने के कारण गर्भपात की शिकार हो चुकी हैं. शौचालय नहीं […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 5, 2019 8:02 AM
धनबाद : धनबाद : महिलाकर्मियों ने गिनाई समस्‍या: कहा – शौच जाने में परेशानी, छेड़छाड़ आम बात, कभी-कभी हो जाता है गर्भपात कहा कि अवांछित तत्वों का शिकार होना पड़ता है. छेड़छाड़ का शिकार होना ही पड़ता है, महिला साथी पत्थर व ट्रैक पर चलने के कारण गर्भपात की शिकार हो चुकी हैं. शौचालय नहीं रहने के कारण काफी परेशानी होती है.
किस महिला कर्मी ने क्या रखी समस्या
रेल अस्पताल में कार्यरत नर्स बबिता कुमारी ने कहा कि अस्पताल में सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है. तीनों शिफ्ट में नर्स रहती हैं. मरीजों के कई अटैंडेंट कभी-कभी शराब पी कर आते हैं और हंगामा करते है.ऑक्सीजन सिलेंडर पुराने हैं. सीसीटीवी कैमरा मरीजों की बजाय हमारे कमरे में लगे. बरवाडीह सिग्नल विभाग की कर्मी उषा देवी ने अपनी बात रखी.
कहा कि वह कैंसर से ग्रस्त है. हार्ट की भी बीमारी है. बेटा डीजल पतरातू शेड में काम करता है और मैं बरवाडीह में हूं. बेटा रहेगा तो सेवा करेगा. डीआरएम कार्यालय कर्मी अन्नपूर्णा कुमारी ने कहा कि मेरा दुधमुंहा बच्चा है. घर पर नौकरानी के भरोसे बच्चे को छोड़ कर कार्यालय आती हूं.
कार्यालय में केज की व्यवस्था की जाये. धनबाद पीडब्लूआइ कार्यालय गार्ड तैनात चंदा देवी ने कहा कि ऑफिस में वहां अकेली महिला हूं.10-10 घंटे ड्यूटी करवायी जाती है. इस दौरान रश्मि कुमारी, अरुंधती नंदी, सरिता सिंह, शकुंतला देवी, सीमा कुमार, सुधा देवी, सितारा खातून, नूतन रानी, मिथिला देव, कल्पना चटर्जी, रीता मिंज आदि थीं.
अधिकारियों में डीआरएम अनिल कुमार मिश्र के अलावा, एडीआरएम अशोक कुमार, सीनियर डीसीएम आशीष कुमार, सीनियर डीपीओ उज्ज्वल आनंद, सीएमएस डॉ बीके सिंह, सीनियर डीइएन को-ऑर्डिनेशन बीके सिंह, सीनियर कमांडेंट विनोद कुमार, सीनियर डीएफएम कुमार उदय, सीनियर डीइइजी दिनेश साह सहित अन्य अधिकारी व यूनियन के नेता मौजूद थे.
डीआरएम ने दिया समस्या समाधान का आश्वासन
डीआरएम ने उषा के बेटे को बरवाडीह ट्रांसफर करने, डीआरएम कार्यालय में उचित स्थान की तलाश कर केज बनाने, महिला गार्ड से आठ घंटे ही ड्यूटी लेने का आश्वासन दिया. शौचालय, कॉमन रूम व अन्य समस्याओं पर गंभीरता दिखायी. महिलाओं को एक ग्रुप में काम करने व ट्रैक वुमेन को डिपो में ड्यूटी देने का आश्वासन दिया.
कहा कि आपकी समस्याओं को पूरा किया जायेगा. खुद स्टेशनों पर जाकर समस्याओं को जानूंगा. आप को सुविधा मिलेगी तो कार्य क्षमता भी बढ़ेगी. अस्पताल में फिलहाल आरपीएफ को सुरक्षा का जिम्मा दिया जायेगा और उसके बाद प्राइवेट कंपनी को जिम्मेदारी दी जायेगी.

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