सीएमपीएफ क्लर्क के घर सीबीआइ का छापा, आय से अधिक संपत्ति का मामला

धनबाद : सीबीआइ एसीबी की टीम ने मंगलवार को सीएमपीएफ डिवीजन-1 धनबाद के क्लर्क दयानंद कुमार गिरि के सीएमपीएफ कॉलोनी स्थित क्वार्टर पर छापेमारी की. क्लर्क के खिलाफ आय से अधिक 62 लाख 49 हजार 748 रुपये की चल-अचल संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. सीबीआइ ने इस संबंध में 24 जून को मामला दर्ज […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 27, 2018 6:40 AM
धनबाद : सीबीआइ एसीबी की टीम ने मंगलवार को सीएमपीएफ डिवीजन-1 धनबाद के क्लर्क दयानंद कुमार गिरि के सीएमपीएफ कॉलोनी स्थित क्वार्टर पर छापेमारी की. क्लर्क के खिलाफ आय से अधिक 62 लाख 49 हजार 748 रुपये की चल-अचल संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. सीबीआइ ने इस संबंध में 24 जून को मामला दर्ज किया था.
छापेमारी के दौरान क्लर्क के आवास से कैश भी जब्त किये गये हैं.अधिक कमाई का स्रोत नहीं बता पाये : दयानंद कुमार गिरि लोअर डिवीजन क्लर्क और सीनियर सोशल सिक्युरिटी असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं. आरोप है कि उन्होंने 10 अक्तूबर 2003 से 31 मई 2018 तक 62 लाख, 49 हजार, 748 रुपये की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है. वह इस आय को वैध नहीं सिद्धि कर सके हैं. वेतन समेत अन्य ज्ञात स्रोत से इस दौरान दयानंद की कुल आय 31 लाख 41 हजार 99 रुपये ही होती है.
इस दौरान गिरि ने 11, 59, 685 रुपये खर्च दिखाये हैं. इस हिसाब से उनकी बचत राशि 19, 81, 414 रुपये. लेकिन इनके पास 82 लाख, 31 हजार 162 रुपये की चल-अचल संपत्ति है. जो 62 लाख, 49 हजार, 748 रुपये अधिक है. सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि क्लर्क दयानंद गिरि ने 10 अक्तूबर 2003 से 31 मई 2018 तक जमीन, वाहन समेत अन्य कारोबार में लाखों रुपये निवेश किये हैं. ऐसे में यह आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का अपराध बनता है. सीबीआइ ने आरसी-07(ए),2018-डी के तहत केस दर्ज किया है.
गिरि बाबा के नाम से चर्चित
दयानंद कुमार गिरि ऑफिस के बाहर गिरि बाबा के नाम से चर्चित हैं. जमीन में मोटी रकम का निवेश कर रखा है. पार्टनरशिप में जमीन खरीद-बिक्री का कारोबार करते हैं. धनबाद शहर में जमीन पर कई जगहों पर निवेश कर रखा है.

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