क्यों बेचैन हैं झारखंड में रहने वाले गुजरात के लोग

झरिया : गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान संपन्न होगया. अब सभी को 18 दिसंबर का इंतजार है, क्योंकि उसी दिन चुनाव परिणाम आयेंगे और यह तय होगा कि गुजरात में किसकी सरकार बनेगी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्ता बरकरार रहेगी या कांग्रेस दो दशक बाद सत्ता में वापसी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 15, 2017 10:45 AM

झरिया : गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान संपन्न होगया. अब सभी को 18 दिसंबर का इंतजार है, क्योंकि उसी दिन चुनाव परिणाम आयेंगे और यह तय होगा कि गुजरात में किसकी सरकार बनेगी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्ता बरकरार रहेगी या कांग्रेस दो दशक बाद सत्ता में वापसी करेगी. 18 दिसंबर को ही तय होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जादू अब भी कायम है या उनका रुतबा कम हो रहा है.

मतदान खत्म होने के तुरंत बाद टीवी चैनलों पर प्रसारित एग्जिट पोल ने झारखंड के गुजराती समाज को बेचैन कर दिया था. रात नौ बजते-बजते एग्जिट पोल के आये रुझानों ने समाज के लोगों को बड़ी राहत दी. हालांकि, चुनाव परिणाम आने तक उनकी बेचैनी बरकरार रहेगी. गुजराती समाज के लोग आशान्वित हैं कि गुजरात में एक बार फिर भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी.

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एग्जिट पोल से पहले समाज के लोग गुजरात में रह रहे अपने सगे-संबंधियों को फोन करके चुनाव से जुड़ी जानकारी लेते रहे. अब जबकि टीवी चैनलों के पोल में यह बात सामने आ चुकी है कि गुजरात में एक बार फिर कमल खिलेगा, लोगों में गजब का उत्साह है. गुजराती समाज के लोगों का कहना है कि नरेंद्र मोदी के विकास के आगे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली मतदाताओं को रिझाने में असफल रही.

झरिया में करीब 150 गुजराती परिवार हैं. प्रभात खबर के प्रतिनिधि विजय कश्यप ने उनमें से कुछ लोगों से बातचीत की. गुजरात चुनाव को लेकर वे क्या सोचते हैं. परिणाम क्या आने वाला है. गुजरात में कौन जीतेगा और क्यों? इन तमाम मुद्दों पर आप भी पढ़ें गुजरात के लोगों के विचार.

डॉ उपेंद्र दवे कहते हैं, ‘इस बार भी भाजपा की सरकार बनेगी. 182 में से भाजपा को 122 सीटें मिलने की संभावना है. 20 वर्ष पूर्व कांग्रेस की सरकार में गुजरात का विकास नगण्य रहा था. नरेंद्र मोदी के आने के बाद ही विकास शुरू हुआ.’

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प्रवीण कुमार चौहान ने कहा, ‘गुजरात के लोगों के समक्ष सबसे बड़ी समस्या पानी की थी. आज मोदी जी के प्रयास से लोग पानी के मामले में सुखी हैं. किसी पार्टी व उसके उम्मीदवार को काम पर वोट मिलता है. सिर्फ चुनाव में मंदिर-मसजिद जाने से वोट नहीं मिलता है.’

पीयूष सेठ मानते हैं कि जीएसटी से कुछ परेशानी हुई, लेकिन यह भी कहते हैं कि नरेंद्र मोदी के काम की वजह से देश में गुजरात की अलग पहचान है. उनके कार्यकाल में गुजरात की सड़कें, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा की स्थिति बेहतर हुई. विकास का जो काम बचा है, प्रधानमंत्री बनने के बाद उसमें तेजी आयी है.

केवल पटेल की नजर में भाजपा सरकार ने 2013 में लोगों को हेल्थ कार्ड देकर सबसे बड़ा काम किया था. आज एक हेल्थ कार्ड पर पांच लोगों का मुफ्त इलाज होता है. बड़ी बीमारी के इलाज के लिए पहले एक लाख की सीमा थी, उसे बढ़ा कर दो लाख कर दिया गया.

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अमित पटेल कहते हैं कि सरकारी योजनाओं को ऑनलाइन कर नरेंद्र मोदी ने अच्छा काम किया. आज गुजरात में सब कुछ ऑनलाइन है. किसी को कोई जानकारी लेनी हो, तो कहीं जाना नहीं पड़ता है. इससे भ्रष्टाचार पर भी काफी हद तक अंकुश लगा है. आज गैस बुक करें, दूसरे दिन मिल जाती है.

अरुणा शाह ने कहा, ‘गुजरात में महिलाओं की सुरक्षा व अपराध पर काबू पाने में नरेंद्र मोदी की सरकार सफल रही है. आज पूरी रात गुजरात में घूमते रहें, किसी तरह का भय नहीं है. पुलिस भी चुस्त-दुरुस्त हो गयी है. गुजरात में जात-पात नहीं, विकास पर भाजपा को वोट मिला है.’

वर्षा पटेल कहती हैं कि नरेंद मोदी की सरकार ने गुजरात को स्वर्ग बनाया है. इससे पहले यहां विकास किस चिड़िया का नाम है, यह लोगों को पता नहीं था. विकास की गंगा बहने लगी. उनके काम से ही लोग प्रभावित हैं. भाजपा ही गुजरात के लोगों का दुख-दर्द को जानती है. इस बार भी भाजपा की सरकार बनेगी.

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आरती पटेल ने नरेंद्र मोदी को विकास पुरुषबताया.कहा कि अहमदाबाद से कच्छ तक पानी की विकराल समस्या थी. लोग पानी के अभाव में कई दिनों तक बिना स्नान किये रहते थे. पीने के पानी के लिए भी सोचना पड़ता था. भाजपा की सरकार आने के बाद से विकास की गति तेज हुई.

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