पैसे मांगने की शिकायत करने पर ऑडिटर फरार

धनबाद: मिश्रित भवन स्थित सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में सोमवार को ऑडिट अचानक बंद करना पड़ा. शिक्षकों ने डीएसइ विनीत कुमार से शिकायत की कि ऑडिटर ऑडिट के एवज में पैसे मांग रहे हैं. इसके बाद डीएसइ ने ऑडिटर को बुलवाया तो ऑडिटर भाग खड़ा हुआ. मामले में डीएसइ श्री विनीत कुमार ने शिक्षकों से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 22, 2017 7:05 AM
धनबाद: मिश्रित भवन स्थित सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में सोमवार को ऑडिट अचानक बंद करना पड़ा. शिक्षकों ने डीएसइ विनीत कुमार से शिकायत की कि ऑडिटर ऑडिट के एवज में पैसे मांग रहे हैं. इसके बाद डीएसइ ने ऑडिटर को बुलवाया तो ऑडिटर भाग खड़ा हुआ. मामले में डीएसइ श्री विनीत कुमार ने शिक्षकों से लिखित शिकायत देने को कहा, जिसके बाद शिक्षकों ने उन्हें लिखित में भी शिकायत दी. डीएसइ श्री कुमार ने बताया कि पैसे मांगे जाने को लेकर उच्चाधिकारी से ऑडिटर की शिकायत की जायेगी. फिलहाल ऑडिट का काम बंद कर दिया गया है. ऑडिट में पैसे मांगे जाने की शिकायत पहले भी आ चुकी है.
फिक्स नहीं था रेट : सूत्रों के मुताबिक शिक्षकों से पैसे मांगने का रेट फिक्स नहीं था. अभिलेख में अशुद्धि को लेकर जो जैसी रकम दे दे, स्वीकार किया जा रहा था. किसी शिक्षक से एक हजार, किसी से दो तो किसी से ढाई हजार रुपये मांगे जा रहे थे.
भ्रष्टाचार का रूप : अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के नेता नंदकिशोर सिंह ने कहा कि ऑडिट की प्रक्रिया शुद्ध रूप से भ्रष्टाचार का रूप है. चूंकि शिक्षक लेखा संबंधी अभिलेख को अद्यतन करने में हमेशा असमर्थ होते हैं. ऐसे में ऑडिट की प्रक्रिया में शिक्षकों का आर्थिक दोहन किया जाता रहा है. विभाग में बीआरसी स्तर पर लेखा कर्मी कार्यरत हैं. विभाग उन्हें ही स्कूल जाकर अभिलेख अपडेट करने का निर्देश दे.

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