पारंपरिक रीति-रिवाज से मना करमा पर्व
महिलाओं ने की करमडाल गाढ़कर व जावा उगाकर भाइयों की सुख-समृद्धि व सुरक्षा की कामना
मधुपुर. शहर समेत ग्रामीण इलाकों में सप्ताहव्यापी भाई-बहन का अनोखा पर्व करमा जावा गीत, नृत्य व करम डाल पूजन और पारंपरिक लोक अनुष्ठान व जावा विसर्जन के साथ समापन हो गया. शहर के शेखपुरा, कॉलेज रोड, मीना बाजार, भेड़वा, बावनबीघा समेत प्रखंड के साप्तर, पाथरोल, गौनेया, जगदीशपुर, कुर्मीडीह, चरपा, मिसरना, उदयपुरा व अन्य जगहों पर महिलाएं करमडाल गाढ़कर व जावा उगाकर भाइयों की सुख-समृद्धि व सुरक्षा की मंगलकामना की. करमा पर्व या पूजा को पद्मा एकादशी और भादो एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस खास मौके पर अच्छी फसल होने की भी कामना करते हैं. साथ ही बहने अपने भाई की सलामती और दीर्घायु होने के लिए पूजा प्रार्थना करती है. करम पर्व के मंगल दिन लोग ईश्वर की उपासना करते हुए अच्छे कर्म और मंगल भाग्य की कामना करते है. हाइलार्ट्स : महिलाओं ने की करमडाल गाढ़कर व जावा उगाकर भाइयों की सुख-समृद्धि व सुरक्षा की कामना
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