कृषक मित्रों व वीएलइ को मिला डिजिटल क्रॉप सर्वे का प्रशिक्षण
मधुपुर प्रखंड के एटिक सभागार में दिया गया प्रशिक्षण
मधुपुर. प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित एटिक सभागार में वीएलइ व कृषक मित्र को डिजिटल क्रॉप सर्वे का प्रशिक्षण दिया गया. इस अवसर पर जिला से आये मास्टर ट्रेनर सह प्रखंड तकनीकी प्रबंधक शशांक शेखर व ब्लॉक मैनेजर राजेश भोक्ता ने सभी कृषक मित्रों व वीएलइ को डिजिटल क्रॉप सर्वे की विस्तृत जानकारी दी. बताया कि डीसीएस झारखंड एप को कृषक मित्र व वीएलइ अपने मोबाइल में इंस्टॉल करें, जिससे आपको काम करने में आसानी होगी. कृषक मित्रों का आइडी जनरेट कर संबंधित गांव का प्लॉट वाइज डाटा उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके बाद कृषक मित्र संबंधित स्थल पर पहुंचकर उस प्लॉट का भौतिक स्थिति को एप में ऑनलाइन अंकित करेंगे. उक्त प्लाट पर कुल भूमि में कितना मकान बना हुआ है, कितने में खेती हो रहा है, कितना बेकार पड़ी है, कितने में तालाब है, कितने में जंगल झाड़ लगा हुआ है, कितने में लोग बागवानी करते हैं आदि डाटा एंट्री करेंगे. उन्होंने कहा कि इसका मुख्य लक्ष्य सभी क्षेत्रों में हो रहे रबी फसलों की खेती का निश्चित डाटा तैयार करना है, ताकि सरकार इस आधार पर कृषि नीति बनाते हुए किसानों को उन्नत तकनीक से जोड़कर अधिक से अधिक फसल उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित कर सके. कहा कि अपने कृषि कार्य में बेहतर कार्य कर सकते हैं. अगर आपके द्वारा गांव का सर्वेक्षण नहीं होता है तो उसकी सारी जवाबदेही कृषक मित्रों की होगी. कृषक मित्र नहीं कर पा रहे हैं तो आप अपने गांव के किसी शिक्षित लड़के को जिसकी उम्र 18 साल से अधिक हो गयी है. उसे प्रशिक्षण दिलाकर इस कार्य में लगाये. मौके पर वीएलइ के प्रखंड समन्वयक राजेश भोक्ता, कृषि क्लीनिक के समन्वयक अभिषेक कुमार, राजगोपाल तिवारी, विजय कुमार सिंह के अतिरिक्त दर्जनों किसान मित्र एवं वीएलइ मौजूद थे.
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