देवघर एम्स की छठी वर्षगांठ पर लोगों को मिलीं तीन सुविधाओं की सौगात

डॉक्टर का दायित्व केवल उपचार नहीं, रोगी में स्वस्थ होने का विश्वास जगाना है भी : राज्यपाल बोले, डॉक्टर गांव नहीं जाना चाहते हैं, जबकि गांव में अच्छे डॉक्टर है : राज्यपाल संतोष गंगवार व सांसद डॉ निशिकांत ने सिटी स्कैन, कैथ लैब व डिजिटल एक्सरे की सुविधा का किया शुभारंभ एम्स में केंद्रीय पुस्तकालय भी खुला, एम्स इ-न्यूज लेटर व एप लांच एमबीबीएस बैच के छात्र राजा बाबू व नर्सिंग बैच की छात्रा तंद्रा दास को मिला स्ट'

By AMARNATH PODDAR | September 16, 2025 7:39 PM

डॉक्टर का दायित्व केवल उपचार नहीं, रोगी में स्वस्थ होने का विश्वास जगाना है भी : राज्यपाल

बोले, डॉक्टर गांव नहीं जाना चाहते हैं, जबकि गांव में अच्छे डॉक्टर है जरूरत

राज्यपाल संतोष गंगवार व सांसद डॉ निशिकांत ने सिटी स्कैन, कैथ लैब व डिजिटल एक्सरे की सुविधा का किया शुभारंभ

एम्स में केंद्रीय पुस्तकालय भी खुला, एम्स इ-न्यूज लेटर व एप लांच

एमबीबीएस के छात्र राजा बाबू व नर्सिंग की छात्रा तंद्रा दास को मिला स्टूडेंट ऑफ द इयर का पुरस्कार

संवाददाता, देवघर

देवघर एम्स की छठी वर्षगांठ व पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा के तहत मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष गंगवार व विशिष्ट अतिथि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने देवघर एम्स में सिटी स्कैन, कैथ लैब, डिजिटल एक्सरे व केंद्रीय पुस्तकालय का उद्घाटन किया. राज्यपाल व सांसद ने एम्स इ-न्यूज लेटर व देवघर एम्स का एप लांच किया गया, जिसमें एम्स में ओपीडी में रजिस्ट्रेशन सहित अन्य मेडिकल सुविधा शामिल है. राज्यपाल व सांसद ने एमबीबीएस 2021 बैच के छात्र राजा बाबू व नर्सिंग बैच 2021 की छात्रा तंद्रा दास को बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द इयर का पुरस्कार दिया. मौके पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा : वर्ष 2047 तक स्वास्थ्य सुविधा हर वर्ग तक पहुंचाने में देवघर एम्स अग्रणी भूमिका में रहेगा. देवघर एम्स से सुदूरवर्ती क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है. चिकित्सक का दायित्व केवल रोग का उपचार नहीं, बल्कि रोगी में उनके स्वस्थ होने का आशा व विश्वास भी जगाना है. डॉक्टर की अच्छी वाणी व धैर्य कभी-कभी मरीजों के लिए औषधि से बढ़कर काम करता है. राज्यपाल ने कहा : डॉक्टर गांव नहीं जाना चाहते हैं, जबकि गांव में अच्छे डॉक्टर जरूरत होती है. डॉक्टरों का यह सफेद कोट सिर्फ ड्रेस नहीं है, बल्कि सेवा, समर्पण, करुणा व कर्तव्यनिष्ठा का प्रतिक है. अक्सर यह देखा जाता है कि झारखंड के कई लोगों को दिल्ली इलाज कराने जाना पड़ता है.

एम्स में 750 बेड का अस्पताल सहित कैंपस में स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ेंगी

आने वाले समय में देवघर एम्स की सुविधा बेहतर होगी, जिससे इस इलाके के लोगों को महानगरों की ओर रुख नहीं करना पड़े. देवघर एम्स मेडिकल शिक्षा, सेवा व रिसर्च में आगे निकलेगा. एम्स के 270 एकड़ भूमि में कुल 750 बेड का अस्पताल सहित पूरे कैंपस में स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ेंगी. मौके पर देवघर एम्स की अध्यक्ष डॉ एमवी पदमा श्रीवास्तव, एम्स के निदेशक डॉ सौरभ वार्ष्णेय सहित अन्य मौजूद थे.

एम्स की सुविधा मुझे लड़कर लेना पड़ा : डॉ निशिकांत दुबे

विशिष्ट अतिथि गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि देवघर कोई छोटा शहर नहीं है, यहां की विरासत बहुत बड़ी है. देवघर शहर एम्स के लिए डिजर्व करता है. एम्स में पढ़नेवाले देश भर के स्टूडेंट को भी देवघर के बारे में जानकारी रखनी चाहिए. डॉ दुबे ने कहा कि जिस क्षेत्र में एक्सरे मशीन नहीं थी, वहां पीएम मोदी की वजह से मैं एम्स लाने में सफल रहा. देवघर को आगे ले जाने की जिम्मेवारी एम्स के एक-एक छात्रों की है. राज्यपाल श्री गंगवार बहुत प्यार से हर काम करते हैं, लेकिन राज्य सरकार से काम कराने के लिए थोड़ा डंडा भी दिखाना पड़ता है. देवघर एम्स में बिजली, पानी व सड़क सहित अन्य कई सुविधाओं के लिए मुझे कोर्ट से लड़ना पड़ा. एम्स में जो भी सुविधा मिली है कोर्ट से लड़कर दिलाया हूं. ऊंची बिल्डिंग में आग की कोई घटना हुई तो एम्स में उच्च सुविधा वाले फायरब्रिगेड की सुविधा नहीं है, यह मामला राज्य के पास फंसा है. हंसडीहा में 300 बेड के अस्पताल में आदिवासियों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर खोलने में राज्य सरकार का सहयोग कम है. हंसडीहा अस्पताल में सीडैक क्वांटम कंप्यूटर सेंटर खोलने का प्रस्ताव कई महीनों से राज्य सरकार के पास पड़ा है. मेरा मकसद देवघर एम्स आने वाले समय में देश के अन्य एम्स को पीछे छोड़ दे, इसमें डॉक्टरों की अहम भूमिका रहेगी.

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