वन रोपण कार्य में लगे मजदूरों को समय पर भुगतान नहीं होने से परेशानी
करौं के सीरियां गांव में वन विभाग के सामाजिक वानिकी के तहत कार्यक्रम
करौं. प्रखंड क्षेत्र के सीरियां गांव में वन विभाग के सामाजिक वानिकी के तहत पिछले दो महीना पूर्व कराये गये वन रोपण कार्य के बाद भी मजदूरों को अब तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है. जिस कारण मजदूर परेशान है. बताया जाता है कि गांव में एकेसिया, करंज, गम्हार, सागवान आदि के 30 हजार पेड़ मजदूरों के माध्यम से रोपण किया गया था. पूर्व के बकाया भुगतान किये बिना वन विभाग के सामाजिक वानिकी द्वारा कोड़ानी का कार्य पिछले एक सप्ताह से शुरू कर दिया गया है. इस कार्य में देवघर जिला व जामताड़ा जिला के सैकड़ों मजदूरों ने रोपनी कार्य किया था. मजदूरों का कहना है इतना दिन बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं किया जाना उनके साथ अन्याय है. बताया जा रहा है कि वन कोड़नी करने में खाद भी देने की प्रावधान है, लेकिन खाद नहीं दिया जा रहा है. खाद नहीं दिये जाने से पेड़ की प्रगति पर प्रश्न चिह्न लगता जा रहा है. इस संबंध में सीरियां वन के पदाधिकारी कुणाल कुमार का कहना है कि आवंटन के अभाव में भुगतान नहीं हो पाया है. ग्रामीणों ने वन प्रमंडल पदाधिकारी देवघर से पूरे वन क्षेत्र के जांच करने की मांग की है ताकि वन रोपण में किये गये मनमानी का खुलासा हो सके. ग्रामीणों का आरोप है कि बीट खुदाई 6 इंच से भी काम किया गया है. जबकि विभाग को एक फीट की खुदाई किया जाना था. इस संबंध में वन पदाधिकारी कुणाल कुमार ने कहा कि मजदूरों की राशि आवंटन की स्वीकृति मिल चुकी है. दो से तीन दिनों में भुगतान कर दिया जायेगा.
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