देवघर त्रिकुट रोपवे हादसे की जांच शुरू, पूरे रूट का किया निरीक्षण, 8 लोगों का बयान हुआ दर्ज

देवघर के त्रिकुट रोपवे हादसे को लेकर गठित कमेटी जांच शुरू कर दी है. टीम के सदस्यों ने हादसे के भुक्तभोगी, रोपवे कर्मचारियों एवं संचालकों सहित आठ लोगों के बयान रिकार्ड किये. वहीं, जांच टीम के अधिकारी पैदल रूट से पहाड़ पर चढ़े और रोपवे की जांच करके वापस लौटे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2022 9:57 PM

Jharkhand News: गत 10 अप्रैल को हुए देवघर त्रिकुट रोपवे हादसे की जांच के लिए कमेटी गठन के 70वें दिन उच्चस्तरीय टीम ने जांच शुरू की. मंगलवार को वित्त विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम त्रिकुट रोपवे पहुंची. टीम में उनके साथ पर्यटन सचिव अमिताभ कौशल, निदेशक राहुल कुमार सिन्हा, डायरेक्टर ऑफ माइंस एंड सेफ्टी रत्नाकर शुंकी और रोप-वे नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड के एडवाइजर एनसी श्रीवास्तव, आइएसएम धनबाद के प्रतिनिधि प्रो कबीर दासगुप्ता, राइट्स के प्रतिनिधि संदीप भट्टाचार्या व दिनेश कुमार आदि साथ थे.

जांच कमेटी ने हर बारिकियों को जाना

जांच टीम ने पहले हादसा स्थल का निरीक्षण किया. उसके बाद वहां मौजूद रोपवे के कर्मचारियों, रोपवे संचालक के प्रतिनिधि और स्थानीय लोगों से बात की और उनके बयान लिये. पूरी जांच प्रक्रिया और घटनास्थल की वीडियोग्राफी करायी गयी. टीम ने हादसे की वजह, किस-किस स्तर पर लापरवाही बरती गयी आदि की बारीकियों को जाना. सभी अधिकारी पैदल रोपवे के टॉप पर पहुंचे, वहां भी पूरा मुआयना किया. पैदल ही वे लोग वापस आये. टीम ने अपनी जांच के दौरान रोप-वे संचालन के पूरे रूट का अवलोकन किया.

अभी जांच प्रक्रिया चल रही है, रोपवे संचालन को लेकर अभी निर्णय नहीं : अजय सिंह

सरकार की उच्चस्तरीय जांच टीम का नेतृत्व कर रहे प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने त्रिकुट रोपवे घटना स्थल से लेकर रोपवे टॉप, मैकेनिकल और टैक्निकल सारे बिंदुओं पर जांच के बाद कहा कि त्रिकुट रोप-वे का शाफ्ट कैसे टूटा, इसमें किसकी गलती है. इन सारे तथ्यों को जानने के लिए मेटेरियल की जांच करायी जायेगी. इसके बाद ही जांच टीम किसी नतीजे पर पहुंचेगी. विशेषज्ञ के साथ टीम ने जांच की है. गुवाहाटी और अन्य स्थान पर बने रोप-वे और वहां की दुर्घटनाओं का अध्ययन कर त्रिकुट, रोप वे में सुधार पर विचार किया जायेगा. रोप-वे की डिजाइन के सवाल पर कहा कि अभी इस पर कोई विचार नहीं किया गया. अभी जांच की प्रक्रिया चल रही है.

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पर्यटन सचिव अमिताभ कौशल ने आठ लोगों का बयान रिकार्ड किया

पर्यटन सचिव अमिताभ कौशल ने जांच के दौरान त्रिकुट हादसे में मृत शोभा देवी के परिजनों के अलावा रोप-वे के फोरमैन समेत आठ लोगों का बयान रिकार्ड किया. जांच टीम अपने साथ रोप-वे के आपरेशन और मेंटेनेंस संबंधी लाग बुक के सारे कागजात बोरे में भरकर अपने साथ ले गयी है.

गहन अध्ययन के बाद ही रोपवे संचालन पर विचार होगा : पर्यटन निदेशक

पर्यटक निदेशक राहुल सिन्हा ने कहा कि पूरी बारीकि से हम लोगों ने जांच की है. रोपवे मेंटेनेंस और ऑपरेशन से जुड़े दस्तावेजों को बोरे में भरकर रांची लेकर आये हैं. यहां एक्सपर्ट टीम कागजातों की जांच करेगी. जांच के सभी बिंदुओं पर टीम एक्सपर्ट के साथ विचार-विमर्श करके फाइनल रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. रोपवे में जो भी कमियां हैं उसे रिपेयर करके ठीक कर लिया जायेगा या कंप्लीट चेंज किया जायेगा, इसका गहन अध्ययन किया जायेगा, इसके बाद ही रोपवे संचालन को लेकर कुछ निर्णय लिया जा सकेगा.

10 अप्रैल को हुआ था हादसा

मालूम हो कि देवघर त्रिकुट रोपवे हादसा गत 10 अप्रैल को हुआ था. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी थी. वायुसेना, सेना और NDRF और स्थानीय लोगों की मदद से 46 लोगों को रेस्क्यू किया गया था. लगभग 46 घंटे से अधिक समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. घटना को लेकर झारखंड सरकार ने हादसे की जांच के लिए 19 अप्रैल को उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया था. तब कहा गया था कि कमेटी दो महीने में रिपोर्ट सौंप दे. लेकिन टीम लगभग ढ़ाई महीने बाद जांच को पहुंची.

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रिपोर्ट : संजीत मंडल, देवघर.

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