झारखंड के शातिर साइबर क्रिमिनल सद्दाम को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 352 मामलों का आरोपी ऐसे करता था ठगी

वह करौं के करहैया गांव का रहने वाला है. सद्दाम ने जिस मोबाइल नंबर से साइबर ठगी काे अंजाम दिया, उस नंबर पर सभी 18 राज्यों में कुल 352 केस दर्ज हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2022 11:50 PM

देवघर: करौं थाना क्षेत्र से एक शातिर साइबर क्रिमिनल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस साइबर ठग के खिलाफ देश के 18 राज्याें में 352 मामले दर्ज हैं. साइबर ठगी के सरगना सद्दाम अंसारी को देवघर की साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वह करौं के करहैया गांव का रहने वाला है. सद्दाम ने जिस मोबाइल नंबर से साइबर ठगी काे अंजाम दिया, उस नंबर पर सभी 18 राज्यों में कुल 352 केस दर्ज हैं. सभी राज्यों की पुलिस उसे ट्रेस करने में लगी हुई थी.

पुलिस ने साइबर गैंग के 100 सदस्यों की पहचान की

एसपी धनंजय कुमार सिंह को गुुप्त सूचना मिलने पर साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद के नेतृत्व में छापेमारी कर सद्दाम को करौं स्थित पेट्रोल पंप के पास गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से तीन मोेबाइल, 12 सिम कार्ड व एक लैपटॉप बरामद किया गया है. साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुलिस ने सद्दाम के गैंग के करीब 100 सदस्यों की पहचान कर ली हैै.


  • 18 राज्यों में आरोपी सद्दाम अंसारी के मोबाइल नंबर पर 352 केस हैं दर्ज

  • सद्दाम केे गैंग में 100 युवक हैं शामिल, सभी की हुई पहचान

  • हेल्पलाइन नंबर सर्विस के जरियेे लोगोें के फाेन नंबर पर कॉल कर ठगी का आरोप

साइबर ठगों की सूची तैयार

सद्दाम के ठगी के कमाई का 35 फीसदी पैसा फर्जी अकाउंट सप्लायर व 40 फीसदी गैंग केे सदस्यों को जाता था. शेष 25 फीसदी राशि वह खुद रख लेता था. डीएसपी ने बताया कि सद्दाम के गैंग के सदस्यों की सूची तैयार कर ली गयी है. एसपी के निर्देश पर देवघर के साइबर ठगों के मुख्य सरगना की सूची भी तैयार की गयी है. छापेमारी में साइबर थाना प्रभारी सुधीर कुमार पोद्दार, अनूप पीटर कुजूर समेत 10 सदस्य थे. सद्दाम पर देवघर साइबर थाना में भी केस दर्ज है.

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ऐसे करता था ठगी

सद्दाम अंसारी गूगल सर्च इंजन पर एसबीआई (SBI), आईसीआईसीअाई बैंक (ICICI Bank) कस्टमर केयर हेल्पलाइन सर्विस का विज्ञापन डालकर अपना मोेबाइल नंबर सेट कर दिया था. इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने वाले ग्राहकों का फोन नंबर अपने गिरोह के साइबर ठगों के पास फॉरवर्ड कर देता था. बाद में आम लोग जिस नंबर से कॉल करते थे, उस पर कॉल करके ठगी करता था.

E-Wallet के जरिये भी की जाती थी ठगी

डीएसपी ने बताया कि सद्दाम फोन पे कस्टमर को कैश बैक का रिक्वेस्ट भेजकर व विभिन्न ई-वॉलेट जैसे पेयू मनी, फ्री चार्ज, धनी पे, गेमिंग एप ड्रीम 11 व स्कील कैश के माध्यम से भी साइबर ठगी करता था. फर्जी बैंक अधिकारी बनकर कॉल कर ओटीपी प्राप्त कर व फोन पे व पेेटीएम में पीड़ित का एटीएम कार्ड नंबर को एड मनी कर ओटीपी लेकर रुपये की ठगी करता था. इसके साथ ही टीम व्यूवर व क्विक सपोर्ट जैसे रीमोट एक्सेस एप इंस्टॉल करवाकर पीड़ित के मोबाइल नंबर पर आये ओटीपी को अने मोबाइल नंबर पर एक्सेस कर साइबर ठगी का काम गिरोह के सदस्यों के करवाता था.

Posted By: Mithilesh Jha

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