बॉलीवुड अभिनेता मनोज वाजपेयी ने बाबा बैद्यनाथ के दरबार में लगायी हाजिरी, जलार्पण कर मांगा आशीर्वाद

Jharkhand News: मनोज वाजपेयी जब पिछले दिनों देवघर स्थित बाबा मंदिर पहुंचे थे, तो मंदिर इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित के नेतृत्व में पांच वैदिकों ने वैदिक विधि से षोड्शोपचार पूजा करायी गयी थी. प्रशासनिक भवन के रास्ते बाबा मंदिर गर्भगृह में उन्हें प्रवेश कराया गया था, जहां उन्होंने जलार्पण किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2022 2:04 PM

Jharkhand News: बॉलीवुड अभिनेता पद्मश्री मनोज वाजपेयी (Manoj Bajpayee) पिछले दिनों झारखंड में थे. उन्होंने अपनी आने वाली फिल्म जोराम (Joram) की रांची में शूटिंग की थी. इसी दौरान वे देवघर स्थित बाबा मंदिर पहुंचे थे. यहां उन्होंने बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना कर मंगलकामना की थी. वे दोपहर में बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचे थे, जहां बाबा का जलार्पण कर उन्होंने आशीर्वाद मांगा था.

बाबा पर जलार्पण कर मांगा आशीर्वाद

पद्मश्री मनोज वाजपेयी जब पिछले दिनों देवघर स्थित बाबा मंदिर पहुंचे थे, तो उन्हें प्रशासनिक भवन ले जाया गया था, जहां मंदिर इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित के नेतृत्व में पांच वैदिकों ने वैदिक विधि से षोड्शोपचार पूजा करायी. इसके बाद अभिनेता वाजपेयी को प्रशासनिक भवन के रास्ते बाबा मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कराया गया, जहां उन्होंने बाबा पर जलार्पण किया. इसके बाद मंदिर के पूर्व प्रबंधक रमेश परिहस्त ने मंदिर परिसर में मंत्रोच्चार के बीच बाबा व मां पार्वती की आरती करवायी. अभिनेता मनोज वाजपेयी ने अपनी आने वाली फिल्मों को लेकर बाबा से आशीर्वाद मांगा व परिवार के कल्याण की कामना की. मौके पर दीवान सोना सिन्हा, आदित्य फलहारी, सुबोध कुमार, भोला भंडारी आदि मौजूद थे.

Also Read: Jharkhand News: IAS पूजा सिंघल अपने पति अभिषेक झा के साथ पहुंचीं ED ऑफिस, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

रामगढ़ में स्कूली बच्चों संग बिताये थे कुछ पल

बॉलीवुड अभिनेता मनोज वाजपेयी रामगढ़ के वीवा इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे थे. वह भगवान बिरसा मुंडा पर बन रही फिल्म की शूटिंग कर सड़क मार्ग से बिहार लौट रहे थे. इसी दौरान वह कुछ देर के लिए स्कूल में रुके. उन्होंने क्लास रूम में बैठ बच्चों से बात की और अपने स्कूल के दिनों को याद किया. उन्होंने वीवा इंटरनेशनल स्कूल के साथ मिल कर गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए काम करने की इच्छा जतायी थी.

Also Read: झारखंड के गांवों की कहानियां : नाम है बालुडीह, लेकिन पलामू के इस गांव में अब ढूंढे नहीं मिलते बालू

Posted By : Guru Swarup Mishra

Next Article

Exit mobile version