Deoghar News : एसकेएमयू में खोरठा की पढ़ाई की मांग विस में उठायेंगे : सुरेश पासवान
शहर में श्रीनिवास पानुरी की 105वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर खोरठा सृजन मंच के तत्वावधान में विचार सह कवि गोष्ठी का आयोजन हुआ.
देवघर. शहर के कुशवाहा भवन में गुरुवार को श्रीनिवास पानुरी की 105वीं जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर खोरठा सृजन मंच के तत्वावधान में विचार सह कवि गोष्ठी का आयोजन हुआ. समारोह का उद्घाटन विधायक सुरेश पासवान समेत अन्य अतिथियों ने किया. अध्यक्षता करते हुए कैलाश कापरी प्यासा ने कहा कि खाेरठा भाषा बहुत ही समृद्ध भाषा है, जिसे सहेजने की जरूरत है. मुख्य अतिथि विधायक सुरेश पासवान ने कहा कि खोरठा भाषा की पढ़ाई सिदो -कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय में कराने की मांग को विधानसभा में सत्र के दौरान रखेंगे और इस समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि देवघर जिले में खोरठा भाषा को मूर्त रूप देने का अच्छा प्रयास खोरठा भाषा सृजन मंच की ओर से किया जा रहा है. खांटी माटी पत्रिका छात्र-छात्राओं के लिए उपयोगी साबित होगी. विशिष्ट अतिथि जिला अधिवक्ता संघ केअध्यक्ष बालेश्वर प्रसाद सिंह ने खोरठा भाषा को संरक्षित करने की दिशा में मंच के प्रयास की सराहना की, जबकि डीबीए के महासचिव कृष्णधन खवाड़े ने कहा कि खाेरठा भाषा में पूर्वजों का इतिहास समाया हुआ है. इसे संरक्षित करने के लिए लेखकों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है. प्रो रामनंद सिंह ने कहा कि खोरठा माता की गोद की भाषा है. इसमें रचनाएं करें और समृद्धि लायें. जामताड़ा से आये डॉ अरुण वर्मा ने कहा कि हर जगह से खोरठा भाषा पढ़ाई की आवाज उठायें, निश्चित तौर पर स्कूलों में इसकी पढ़ाई होगी. मंच के संस्थापक अध्यक्ष एफएम कुशवाहा ने कहा कि खोरठा का आंदोलन जारी रहेगा, जब तक कि इसकी पढ़ाई कक्षा एक से लेकर पीजी तक सरकार लागू नहीं कर देती है. समारोह में अतिथियों ने खांटी माटी खोरठा पत्रिका के तीसरे अंक का लोकार्पण किया, जिसमें देवघर, दुमका, धनबाद, हजारीबाग आदि जगहों के करीब एक दर्जन खाेरठा कवियों की रचनाएं शामिल हैं. मौके पर लालमोहन मांझी, गणेश प्रसाद उमर, शंकर मंडल, गौतम वर्मा, नरेंद्र कुमार, धनंजय प्रसाद, नरेंद्र पंजियारा, राकेश कुमार, राजेश कुमार, रामचंद्र वर्मा, लखी कांत मांझी, इंदु देवी आदि ने विचार रखे. दूसरे सत्र में कवियों ने सुनायी कविताएं, खूब बजी तालियां श्रीनिवास पानुरी जयंती पर आयोजित खोरठा दिवस समारोह के दूसरे सत्र में कवि गोष्ठी हुई. इसमें जामताड़ा से आये जाने-माने कवि डॉ अरुण वर्मा ने खोरठा में कविता सुनायी, जबकि दुमका से आये कवि विष्णुदेव महतो अलबेला ने बेटी-बेटा एक समान भाव पर आधारित कविता पाठ किया. मधुपुर से आये कवि धनंजय प्रसाद ने किसान की व्यथा पर आधारित कविता पाठ की, जबकि रवि शंकर साह ने देहात का चित्रण कविता के माध्यम से किया. कपिल देव राणा ने खोरठा में कविता सुनायी और खूब तालियां बटोरीं. प्रो रामनंदन सिंह ने कंपकपाती ठंड पर आधारित कविता सुनायी. चितरा से आये कवि कुष्णा महतो ने खोरठा में कविता पाठ कर सबों को गुनगुनाने को बाध्य कर दिया. वीरेश वर्मा ने झूमर सुनाया, जबकि सारवां से आये पंचम प्रसाद महतो ने मनरेगा योजना पर केंद्रित मधुर गीत सुना कर श्रोताओं का आह्लादित किया. इसके अलावा धीरेंद्र छतहारवाला, बुद्धन बौद्ध, जालेश्वर ठाकुर शौकीन, देवेंद्र कुमार वर्मा आदि ने कविताएं सुनायी. समारोह में मंच की ओर से भगवती देवी स्मृति सम्मान से कवियों एवं अतिथियों को सम्मानित किया गया. इसके अलावा अंग वस्त्र भी प्रदान किया गया. मंच संचालन सत्यनारायण पांडेय ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कैलाश कापरी प्यासा ने किया.ं हाइलाइट्स खोरठा दिवस पर हुई भव्य कवि गोष्ठी, खांटी माटी पत्रिका का विमोचन
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