दुमका से रेफर महिला का यूट्रस रेप्चर देवघर सदर अस्पताल में हुई सर्जरी

आरडीडीएच की पहल पर जान बचाने के लिए जामा के डॉक्टर ने डोनेट किया ब्लड मेडिकल कॉलेज रहने के बाद भी दुमका में नहीं हो सका ऑपरेशन देवघर : दुमका सदर अस्पताल से रेफर रामगढ़ थाना क्षेत्र के कंगमारा गांव निवासी श्रीमाला हांसदा की सफल सर्जरी देवघर सदर अस्पताल में डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2019 3:08 AM

आरडीडीएच की पहल पर जान बचाने के लिए जामा के डॉक्टर ने डोनेट किया ब्लड

मेडिकल कॉलेज रहने के बाद भी दुमका में नहीं हो सका ऑपरेशन

देवघर : दुमका सदर अस्पताल से रेफर रामगढ़ थाना क्षेत्र के कंगमारा गांव निवासी श्रीमाला हांसदा की सफल सर्जरी देवघर सदर अस्पताल में डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम द्वारा की गयी.

डॉक्टर से मिली जानकारी के मुताबिक श्रीमाला गर्भवती थी. वह तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली थी. बच्चे का हाथ बाहर आ गया था और यूट्रस रेप्चर हो गया था. ऐसे में उसे दुमका से रेफर कर देवघर सदर अस्पताल गुरुवार रात में ही भेज दिया गया था. संयोग से दुमका के डॉक्टर देवघर में आयोजित किसी कार्यशाला में पहुंचे थे, दुमका के सिविल सर्जन सह आरडीडीएच डॉ अनंत कुमार झा भी आये थे.

देवघर सदर अस्पताल में श्रीमाला की सर्जरी के लिये ब्लड की आवश्यकता बतायी गयी. मामले में खुद आरडीडीएच सह दुमका सीएस डॉ अनंत ने पहल की और डॉ कुमार अभय ने ब्लड बैंक पहुंच कर श्रीमाला के लिए ब्लड डोनेट किया. इस दौरान दुमका के डीआरसीएचओ डॉ रमेश कुमार भी मौजूद थे.

इसके बाद देवघर सदर अस्पताल में डीएस डॉ एसके मेहरोत्रा की मौजूदगी में डॉ रवि रंजन, डॉ प्रियंका ने श्रीमाला की सर्जरी की. टीम में जीएनएम अलका भी मौजूद थी. पूरी प्रक्रिया में देवघर सदर अस्पताल प्रबंधक मुकेश कुमार की भी भूमिका सराहनीय रही. इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह है कि दुमका में मेडकल कॉलेज रहने के बाद भी मामूली यूट्रस रेप्चर की सर्जरी वहां नहीं हो सकी.

पूछने पर आरडीडीएस सह दुमका सिविल सर्जन डॉ अनंत ने बताया कि वहां एनेस्थेटिस्ट है ही नहीं, इसलिये उनलोगों ने आदिवासी महिला की जान बचाने के लिए देवघर के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार से समन्वय स्थापित कर यह पहल की. सर्जरी के बाद महिला के होश में आने पर वे हालचाल लेने देवघर सदर अस्पताल भी पहुंचे.

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