जमीन मिल नहीं रही, कैसे तैयार होगी एयरो सिटी

देवघर : भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) राज्य सरकार एवं डिफेंस रिसर्चर एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर एक नयी टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण करेगी. यह चार हजार स्क्वायर मीटर में फैला हुआ होगा. इस टर्मिनल के तहत कोड 4-सी एयरक्रॉफ्ट (ए-320, बी-737) आदि के लिए रनवे बनेगा. रनवे के अलावा दो ए-320 और एक सी-130 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 8, 2018 4:09 AM
देवघर : भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) राज्य सरकार एवं डिफेंस रिसर्चर एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर एक नयी टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण करेगी. यह चार हजार स्क्वायर मीटर में फैला हुआ होगा. इस टर्मिनल के तहत कोड 4-सी एयरक्रॉफ्ट (ए-320, बी-737) आदि के लिए रनवे बनेगा. रनवे के अलावा दो ए-320 और एक सी-130 एयरफ्रॉफ्ट के लिए पार्किंग व्यवस्था के लिए एपरॉन भी बनेगा.
साथ ही एटीसी टावर, फायर स्टेशन एवं प्रशासनिक भवन का निर्माण होना है. लेकिन, एएआइ ने 400 एकड़ जमीन की मांग राज्य सरकार से की है. एएआइ का कहना है कि ऐरो सिटी के बनने से एयरपोर्ट की क्षमता में इजाफा होगा. जो इस शहर की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के विकास में मददगार साबित होगा. इस वजह से राज्य सरकार से 400 एकड़ जमीन की मांग की गयी है. हालांकि अभी तक राज्य सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं किया गया है. एएआइ ने कहा है कि एयरपोर्ट को विकासशील बनाने में काफी खुशी होगी.
वर्तमान में यातायात प्रक्षेपण और पूर्वानुमान के मामले में एएआइ प्रस्तावित हवाई अड्डा वाणिज्यिक रूप से अभाव में है. यह हवाई अड्डा इस क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए बनाया जाना वाला है. एएआइ ने राज्य सरकार से अलग से 400 एकड़ जमीन मांगी, कोई पहल नहीं
चार या पांच एयरपोर्ट ही मुनाफे में चल रहे : निशिकांत
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि वर्ष 2015 से जमीन उपलब्ध कराने का काम पैंडिंग पड़ा है. प्रधानमंत्री व एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन को पत्र लिखा था. सस्टेनेबुल बनाने के लिए एयरो सिटी के लिए राज्य सरकार को जमीन अधिग्रहण करके देना चाहिए. देश के चार या पांच एयरपोर्ट ही मुनाफे में चल रहा हैं. कॉमर्शियल वैल्यू के लिए जमीन अधिग्रहण जरूरी है.

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