मजदूर शेड की जगह बना दिया बस स्टॉप!
देवघर : यह जो आप तस्वीर देख रहे हैं, इसे इसी सोमवार को अंतिम रूप दिया गया है. श्रम विभाग व पीडब्ल्यूडी की रिकार्ड में श्रमिकों के लिए बनाया गया शेड है. जबकि कोई भी देखकर बता सकता है कि बस स्टॉप है. यह शेड पुरनदाहा मुहल्ले में खनन विभाग कार्यालय के पास गड्ढे में […]
देवघर : यह जो आप तस्वीर देख रहे हैं, इसे इसी सोमवार को अंतिम रूप दिया गया है. श्रम विभाग व पीडब्ल्यूडी की रिकार्ड में श्रमिकों के लिए बनाया गया शेड है. जबकि कोई भी देखकर बता सकता है कि बस स्टॉप है. यह शेड पुरनदाहा मुहल्ले में खनन विभाग कार्यालय के पास गड्ढे में बना दिया गया है. इस श्रमिक शेड का उपयोग न तो कभी श्रमिक कर सकेंगे, न ही इसका उपयोग बस स्टॉप के रूप में होगा. इससे मजदूरों काे लाभ हो न हो, ठेकेदारों को जरूर लाभ हो गया. मजदूरों की सुविधा के नाम पर बनी इस बस स्टॉप में 16 लाख रुपये पूरी तरह से ठेका-पट्टा में लूट गया है.
मजदूर शेड की जगह…
बस स्टॉप की शक्ल में बना यह शेड दर्शाता है कि विभिन्न विभागों में तालमेल का कितना अभाव है.
सत्संग चौक पर प्रशासन ने नहीं दिया जमीन
दरअसल रोज काम की तलाश में शहर आने वाले दिहाड़ी मजदूरों के ठहराव के लिए सेंटर प्वाइंट पर एक शेड बनाना था, ताकि ठंड, गर्म व बरसात के दिनों में मजदूरों को सुविधा मिल सके. शहर के बाजला चौक, सत्संग चौक व आजाद चौक पर मुख्य रूप से मजदूर सुबह काम की तलाश में जुटते हैं, इसलिए श्रम विभाग ने इनमें से सत्संग चौक पर मजदूर शेड बनाने के लिए जिला प्रशासन से जमीन मांगी. तत्कालीन डीसी के निर्देश पर तत्कालीन सीओ ने आनन-फानन में ऐसी जगह जमीन मुहैया दी, जहां मजदूर पहुंच तक नहीं सकते हैं.
यहां तक आने के लिए करना होगा खर्च
खनन विभाग कार्यालय के पास इस शेड में बरसात के दिनों में आश्रय लेने के लिए मजदूरों को अलग से पैसे खर्च करने पड़ेंगे. बस स्टैंड से आने वाले मजदूरों को अलग से ऑटो का किराया देकर यहां तक आना पड़ेगा, जबकि इस रूट में कोई ऑटो भी नहीं चलती है. जसीडीह की ओर से आने वालों मजदूरों को तो रेलवे क्रासिंग क्रास कर इस शेड तक आना पड़ेगा. अब ऐसी परिस्थिति में कौन मजदूर इस कोने में बना शेड का लाभ ले पायेंगे, यह जमीन आवंटित करने वाली जिला प्रशासन ही बता सकती है.
विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन से श्रमिक शेड के लिए सत्संग चौक जमीन मांगी गयी थी, चूंकि सत्संग चौक पर मजदूर जुटते हैं. लेकिन जिला प्रशासन ने सत्संग चौक पर ओवरब्रिज निर्माण का हवाला देकर जमीन देने से इंकार कर दिया व पुरनदाहा में जमीन आवंटित कर दी.
– राजेश कुमार सिंह, श्रम अधीक्षक, देवघर
मजदूरों की सुविधा के नाम पर लुट गये 16 लाख
अदूरदर्शिता या कुछ और…
बगैर प्लानिंग के बना दिया बस स्टॉप
श्रम विभाग से बनना था मजदूर शेड
सत्संग चौक पर मांगी जमीन, प्रशासन ने नहीं दिया
बना ऐसी जगह, जहां मजदूर भी नहीं पहुंच सकते, पीडब्ल्यूडी ने बनाया है
सीडीओ ने की है डिजाइनिंग
शेड की डिजाइनिंग सीडीओ द्वारा की गयी है. राज्य के पांच जिले में यही डिजाइन है. श्रम विभाग व जिला प्रशासन ने जो जमीन मुहैया करायी उसी जगह इस श्रमिक शेड को बना दिया गया.
– अमरेंद्र कुमार साहा, इइ, पीडब्ल्यूडी, देवघर