प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को खाट पर टांग ग्रामीण चले तीन किमी
प्रखंड के सिकिदाग पंचायत के बुटकुइया गांव के लोग बुनियादी असुविधाओं के बीच गुजर-बसर कर रहे हैं. गांव में न तो सड़क है और न ही बिजली.
कुंदा. प्रखंड के सिकिदाग पंचायत के बुटकुइया गांव के लोग बुनियादी असुविधाओं के बीच गुजर-बसर कर रहे हैं. गांव में न तो सड़क है और न ही बिजली. लोग आज भी आदिम युग में जीने को विवश हैं. सड़क के अभाव में शनिवार को एक गर्भवती महिला को खाट पर लाद ग्रामीण किसी तरह तीन किमी पैदल चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचे. इसके बाद ममता वाहन से उसे अस्पताल पहुंचाया गया. जानकारी के अनुसार शुक्रवार को गांव के अरविंद गंझू की पत्नी भीखी देवी को प्रसव पीड़ा हुई. परिजनों ने इसकी सूचना गांव की सहिया को दी. सहिया ने ममता वाहन को सूचना दी, लेकिन गांव तक वाहन का पहुंचना मुश्किल था. आखिरकार तड़प रही महिला को नदी पर पुल नहीं रहने के कारण खाट पर उठाकर ग्रामीणों ने नदी और खेत पार किया. बुटकुइया गांव से तीन किमी चलकर ग्रामीण लुकुइया गांव के पक्की सड़क तक पहुंचे और ममता वाहन से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक ले गये. हालांकि प्रसव के जच्चा-बच्चा स्वस्थ है.
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जनार्दन पासवान, विधायक
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