विलुप्त होने के कगार पर है इटखोरी का पावरलूम वस्त्र उद्योग केंद्र
प्रखंड सह अंचल कार्यालय के पास स्थित पावरलूम वस्त्र उद्योग केंद्र झाड़ियों में विलुप्त हो गया है. यहां लाखों रुपये की मशीनें जंग खा रही है.
इटखोरी. प्रखंड सह अंचल कार्यालय के पास स्थित पावरलूम वस्त्र उद्योग केंद्र झाड़ियों में विलुप्त हो गया है. यहां लाखों रुपये की मशीनें जंग खा रही है. उद्योग विभाग की लापरवाही के कारण भवन समेत कीमती मशीनें बर्बादी के कगार पर है. ज्ञात हो कि केंद्र व राज्य सरकार की ओर से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण देने के लिए इस केंद्र का निर्माण किया गया था. सरकारी उपेक्षा के कारण पावरलूम वस्त्र उद्योग केंद्र का अस्तित्व अब खत्म होता जा रहा है. इसका निर्माण वर्ष 1996-97 में किया गया था. कुछ वर्षों तक बुनकरों द्वारा वस्त्र उत्पादन किया गया, लेकिन सरकारी सहायता के अभाव में यह बंद हो गया. लगभग दस साल से बंद पड़ा है. स्थानीय लोगों के अनुसार पावरलूम के चालू होने से प्रखंड के बुनकरों को रोजगार मिलता, जिससे इन्हें दूसरे प्रदेशों में नहीं जाना पड़ता. इसके अलावा कई बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार का अवसर मिलता. प्रखंड के दर्जनों बुनकर महाराष्ट्र, बिहार व सूरत में काम कर रहे हैं.
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