सिमरिया व टंडवा के लोगों ने ट्रांसपोर्टिंग सड़क बनाने की मांग की
मगध, आम्रपाली व चट्टी बारियातु कोल परियोजना से हर रोज एक हजार से अधिक कोयला वाहनों का परिचालन होता है, जिसके कारण आये दिन दुर्घटना होती रहती है.

चतरा. टंडवा से कोयले की ढुलाई को लेकर ट्रांसपोर्टिंग सड़क की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. कोल वाहनों से आये दिन हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए लोग अब ट्रांसपोर्टिंग सड़क की मांग करने लगे हैं. मगध, आम्रपाली व चट्टी बारियातु कोल परियोजना से हर रोज एक हजार से अधिक कोयला वाहनों का परिचालन होता है, जिसके कारण आये दिन दुर्घटना होती रहती है. रात-दिन कोल वाहन चलते रहते हैं. उक्त कोल परियोजनाओं से हर रोज कोल वाहन सिमरिया, चतरा, कटकमसांडी, बगरा होकर टोरी चंदवा रेलवे साइडिंग आते जाते हैं. कोल वाहनों के कारण हमेशा धूल उड़ती रहती है. चौक-चौराहों पर रहने वाले लोग व दुकानदारों को काफी परेशानी होती है. दुकानदार शाम होते ही अपनी-अपनी दुकान बंद कर घर चले जाते हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. मुआवजा नीति नहीं बनने के कारण मृतक के आश्रितों को समुचित लाभ नहीं मिल पाता है. टंडवा के लोगों ने सड़क दुर्घटना की रोकथाम, समुचित मुआवजा व सड़क सुरक्षा को लेकर बुधवार को नगर भवन में बैठक की. लोगों ने उक्त मांगों को लेकर एकजुट होने का निर्णय लिया. सिमरिया के लोगों ने भी ट्रांसपोर्टिंग सड़क बनाने की मांग की है. साथ ही ट्रांसपोर्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
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